नई दिल्ली। दिल्ली में बीस वर्षीय एक युवती की दर्दनाक मौत के बाद परिवार के सदस्यों और समर्थकों ने सोमवार को सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। लड़की को एक कार में सवार पांच युवकों द्वारा कई किलोमीटर तक घसीटा गया था। घटना शनिवार व रविवार की दरम्यानी रात की है।
इवेंट प्लानर का काम करने वाली युवती के परिवार वालों को इस घटना में साजिश का शक है। परिजनों ने बताया कि वह शाम करीब साढ़े छह बजे घर से निकली थी 31 दिसंबर को और उसका फोन लगभग 10 बजे बंद पाया गया।
मृतक की मां ने कहा, “मेरी रात करीब 9 बजे उससे बातचीत हुई, उसने कहा कि वह लगभग 3-4 बजे वापस आ जाएगी। हमें सुबह पुलिस ने उसकी दुर्घटना के बारे में सूचित किया। मुझे पुलिस स्टेशन ले जाया गया और इंतजार कराया गया।”
इस बीच, दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने भी सोमवार को पुलिस से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या महिला का यौन उत्पीड़न किया गया था और क्या आरोपी का आपराधिक इतिहास था।
स्कूटी के दुर्घटनाग्रस्त होने से महिला की दर्दनाक मौत हो गई और उसके कपड़े एक कार के पहिए में फंस गए, जिसके कारण उसे बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में कई किलोमीटर तक घसीटा गया।
घटना में महिला के कपड़े फटे हुए थे और बाद में उसका नग्न शरीर पुलिस को मिला।
पुलिस ने कहा कि उन्होंने कार में सवार पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिट्ठू और मनोज मित्तल के रूप में हुई है।
फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल), रोहिणी की पांच सदस्यीय टीम उस स्थान की जांच करेगी, जहां युवती का शव मिला था और आपत्तिजनक वाहन की भी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी अपराध के ²श्य, शामिल वाहनों की जांच करने और सभी प्रासंगिक भौतिक, जैविक और अन्य साक्ष्य एकत्र करने के लिए शामिल किया गया है जो मामले को तह तक जाने में मदद करेगा।
पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवाल
पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मृतक लड़की के परिवार ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं. हालांकि, पुलिस ने इस मामले में 5 युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं कार भी जब्त कर ली है. सोमवार को पुलिस ने पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और पांच दिन की रिमांड मांगी. हालांकि, कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड मंजूर की है. पुलिस का कहना था कि क्राइम सीक्वेंस की जांच और अन्य सबूतों को इकट्ठा करने के लिए 5 दिन की रिमांड दी जाए.
राहगीर ने दी थी पुलिस को जानकारी
दरअसल, 1 जनवरी की सुबह करीब 3.24 बजे दिल्ली पुलिस के थाना कंझावला को कॉल मिली. एक राहगीर ने कार के पीछे लाश लटकी होने की जानकारी दी थी. राहगीर ने बताया कि एक ग्रे कलर की बलेनो गाड़ी जो कुतुबगढ़ की तरफ जा रही है, उसमें एक डेड बॉडी बांध रखी है, जो नीचे लटकी हुई है. इसके बाद पुलिस ने कॉल के आधार पर तत्काल आसपास के इलाकों में तैनात टीम को अलर्ट किया और कार की तलाश में जुट गई. इसके बाद पुलिस को एक और कॉल 4 बजे के बाद आई. इसमें बताया गया कि एक लड़की का शव कंझावला में मिला है. दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस को इस मामले में नोटिस भेजकर जानकारी मांगी है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल भेज दिया है.
ये हादसा नहीं, निर्भया से मिलता जुलता केस- परिवार
मृतक युवती के मामा ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से सहमत नहीं हूं. डीसीपी ने कहा था कि आरोपी लड़कों ने कुछ गलत नहीं किया है. इतना बड़ा हादसा होने के बाद कुछ गलत नहीं किया? ये केस निर्भया से मिलता-जुलता है. हम 100 प्रतिशत कह सकते हैं कि बेटी के साथ गलत हुआ है. स्कूटी कहीं मिली है और बॉडी किसी दूसरी जगह से बरामद की गई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में देरी लगेगी. इस बीच, कार्रवाई में ढिलाई हो सकती है.
बेटी की क्षत-विक्षत लाश देखकर मां का कलेजा फट पड़ा, पढ़िए 15 बड़े फैक्ट्स
1. रात 9 बजे रेखा की मां ने फोन लगाकर उससे पूछा था कि वो काम से कब घर लौटेगी? रात करीब 3-4 बजे आने की बात कही। लेकिन सुबह बेटी की मौत की खबर मिली।
2.मृतका की मां ने कहा कि पुलिस ने उसे थाने में कुछ देर इंतजार करने को कहा था। इससे पहले रेखा के भाई ने मां को पूरा घटनाक्रम बता दिया था, जिसे सुनकर वो सुधबुध खो चुकी थी।
3. दिल्ली निवासी अंजलि सिंह की उत्तर पश्चिमी दिल्ली के खंजावाला इलाके में सड़क हादसे में मौत हुई थी। उसकी स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी। आरोप है कि कार सवार पांचों युवक नशे में धुत थे।
4. हादसा इतना भयंकर था कि लड़की के कपड़े कार के एक पहिए में फंस गए थे। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पांच लोगों ने कार को रोकने के बजाय शव को 4 से 7 किमी तक घसीटा। हालांकि पुलिस इसे 4 किमी मान रही है।
5.इस मामले में पुलिस ने जिस तरह से कार्यवाही की, उसे लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। पुलिस इसे हादसा बता रही है, जबकि लड़की के परिजन इसे मर्डर कह रहे हैं।
6. लड़की मां का आरोप है कि जब वो घर से निकली थी, तब काफी कपड़े पहने थी। लेकिन बॉडी नग्न हालत में मिली। बॉडी पर एक भी कपड़ा नहीं था। मां ने सवाल उठाया-ये कैसा एक्सीडेंट?
7.हादसे का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें युवती को कार के साथ घिसटते देखा जा सकता है। घिसटने ने युवती की पीठ और सिर की हड्डियां बुरी तरह डैमेज हो चुकी थीं। दोनों पैर टूट गए थे। जगह-जगह मांस के लोथड़े लटक रहे थे। यानी मौत बेहद दर्दनाक थी।
8. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। शुरुआत में कहा जाता रहा कि आरोपी नशे में नहीं थे। हालांकि अब मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
9. पीड़ित अमन विहार में रहती थी। परिवार में मां और दो भाई और चार बहने हैं। पूरे घर में वो अकेली कमाने वाली थी। मृतका एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में जॉब करती थी। वो न्यू ईयर पर पंजाबी बाग में एक इवेंट के सिलसिले में निकली थी। घटना के समय वो इवेंट से लौट रही थी।
10. इस मामले को लेकर लोगों में गुस्सा फूट पड़ा है। सोमवार को परिजनों और अन्य लोगों ने सुल्तानपुरी थाने के सामने प्रदर्शन किया। वे इस मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
11. दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि उन्होंने कहा कि इस संबंध में दिल्ली पुलिस को समन जारी किया है।
12.इस घटना ने दिल्ली को हिलाकर रख दिया है। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने इस घटना पर दु:ख जताया है। उन्होंने कहा कि इस अमानवीय अपराध से उनका सिर शर्म से झुक गया है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने मामले पर दु:ख जताते हुए कहा कि लड़की के गुनाहगारों को सख्त से सख्त सजा मिलना चाहिए। हमारी बहन के साथ जो हुआ बहन शर्मनाक है।
13. डिप्टी कमिश्नर आफ पुलिस (DCP-आउटर) हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पीड़िता का पैर कार के एक पहिये में फंस गया और उसे करीब चार किलोमीटर तक घसीटा गया। इस मामले में दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल के खिलाफ आईपीसी की धारा 279 (तेजी से गाड़ी चलाना) और 304-ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
14.दीपक ड्राइवर है। अमित उत्तम नगर में एसबीआई कार्ड का काम करता है। कृष्ण कनॉट प्लेस में काम करता है। मिथुन नरैना में हेयर ड्रेसर का काम करता है और मित्तल सुल्तानपुरी में फूड डीलर का काम करता है।
15. हालांकि पुलिस का तर्क है कि आरोपियों को नहीं पता था कि पीड़िता उनकी कार के पीछे फंसी हुई है। बाद में जब उन्हें इस बात का पता चला तो वे डर गए। इसके बाद शव को फेंककर भाग गए।