करीब दो सप्ताह से भारत में कोरोना वायरस के केस हर दिन बढ़ रहे हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 4 हजार के पार चली गई है। कुछ राज्यों में कोविड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा मामले केरल में रिपोर्ट किए जा रहे हैं। देश के कुल एक्टिव मामलों में से 90 फीसदी से अधिक केवल केरल से आ रहे हैं। केरल में ही नया सब वेरिएंट जेन।1 का पहला केस आया था। इस मामले के आने के बाद से ही हर दिन केस बढ़ रहे हैं। केरल में वायरस के 3128 एक्टिव मामले हैं। अन्य राज्यों में केस कम हैं, लेकिन हर दिन बढ़ रहे हैं।

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक्सपर्ट्स ने लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। भीड़ वाले इलाकों में मास्क लगाने के लिए भी कहा है। कोविड के बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि दुनियाभर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। बीते एक महीने में कोरोना के केस में 50 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है। करीब 40 देशों के डाटा के आधार पर यह कहा गया है।

कोविड के नए जेएन।1 वेरिएंट पर WHO ने कहा है कि ये वेरिएंट तेजी से फैल रहा है, लेकिन खतरनाक नहीं है। दुनियाभर में कोविड के नए सब वैरिएंट JN।1 (BA।2।86।1।1) के मामले बढ़ रहे हैं। भारत में भी अभी तक 63 मामले सामने आ चुके हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक इस वायरस से संक्रमित लोगों में हल्के लक्षण ही मिल रहे हैं।

बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी राज्य अलर्ट पर हैं और कोरोना संक्रमितों की टेस्टिंग व सर्विलांस को बढ़ा दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि देश में केस बढ़ रहे हैं, लेकिन पैनिक वाले कोई बात नहीं है। कोविड को लेकर सभी तैयारियां हैं और अगर मामलों में अधिक इजाफा होता भी है, तो ऐसी स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी है। हालांकि पिछले दो साल के पैटर्न को देखकर यह आंकलन किया गया है कि अब कोरोना से स्थिति खराब होने की आशंका काफी कम है।

सफदरजंग हॉस्पिटल में कम्यूनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट में एचओडी प्रोफेसर डॉ। जुगल किशोर बताते हैं कि कोरोना के केस जब से बढ़ने शुरू होते हैं उसके एक महीने बाद पीक आ जाता है। चूंकि अभी मामलों में ज्यादा इजाफा नहीं है तो ऐसे में पीक भी जल्द आने की उम्मीद है। कोरोना का पीक देश में जनवरी के दूसरे सप्ताह में आ सकता है। एक बार पीक आने के बाद केस कम होने लगेंगे, हालांकि अभी यह देखना होगा कि नए साल के बाद कोविड के केस में कितना उछाल होता है। अगर केस तेजी से बढ़ते हैं तो पीक जनवरी के तीसरे सप्ताह तक आएगा।

डॉ। जुगल किशोर कहते हैं कि कोविड के केस कम हैं, लेकिन सर्दियों के मौसम में और भी कई तरह के वायरस एक्टिव रहते हैं, जो कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। ऐसे में लोगों को सलाह है कि वे अपनी सेहत का ध्यान रखें। कोरोना से बचाव करें साथ ही फ्लू से भी बचें। इसके लिए भीड़ वाले इलाकों में मास्क लगाएं और हाथ धोकर ही भोजन करें। अगर किसी व्यक्ति को खांसी-जुकाम है तो उससे दूरी बनाएं और कोविड के लक्षण दिखने पर अस्पताल जाएं।