ग्वालियर। लोकायुक्त टीम ने भितरवार में 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा है। पटवारी भितरवार तहसील के गोधारी लुहारी हल्के पर पदस्थ है। पटवारी को भितरवार में वार्ड क्रमांक 8 में गुरुद्वारे की दुकानों में अपने आफिस से ही पकड़ा गया है। पटवारी उमाशंकर आदिवासी है। पटवारी ने जरा से काम के 90 हजार की मांग की । बाद में 25 हजार में बात तय की गई। पुलिस अधीक्षक राजेश मिश्रा ने बताया कि भितरवार में 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पटवारी उमाशंकर आदिवासी को पकड़ा है। आरोपी पटवारी चंद्रभान सिंह गुर्जर पुत्र धनीराम गुर्जर निवासी ग्राम टीकरी थाना रिठौरा कलां जिला मुरैना से रिश्वत ले रहा था। आरोपी पटवारी ने आवेदक से ग्राम खडीचा में स्थित उसकी माँ के नाम की 18 बीघा 13 विस्वा कृषि भूमि का ऑनलाइन नामांतरण करवाने के एवज में 5000 रु प्रति बीघा के हिसाब से 90000 रु रिश्वत की मांग की। आवेदक के निवेदन करने पर आरोपी ने कम करके 30000 रु की मांग की जो बातचीत करने पर और कम करके अंतत 25000 रु लेने पर सहमत हुआ। इस संबंध में आवेदक द्वारा पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर को शिकायत की गई। पुलिस अधीक्षक के द्वारा शिकायत का सत्यापन करवाकर टीम गठित की गई। ट्रैप दल के द्वारा आज आरोपी उमाशंकर आदिवासी को तहसील भितरवार के पीछे गुरुद्वारे के पीछे दुकान में बने अपने निजी कार्यालय में आवेदक से 25000 रू रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा-7 के अन्तर्गत कार्यवाही की है। ट्रेप दल में निरीक्षक कवींद्र सिंह चैहान, ब्रजमोहन सिंह नरवरिया, अंजलि शर्मा, देवेंद्र पवैया, हेमंत शर्मा, इकबाल खान आदि शामिल थे।