बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय से एक शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां के एक कलयुगी मां-बाप ने अपनी मासूम बेटी को जन्म के बाद प्लास्टिक के थैले में रखकर फेंक दिया। मामला बरौनी प्रखंड के पिपरा का है। यहां एक स्कूल के पीछे प्लास्टिक के थैले में बंद नवजात बच्ची लावारिस पड़ी हुई थी, जिसे एक चायवाले ने नई जिंदगी दी है। चायवाले ने बच्ची की सलामती के लिए उसके लावारिस पड़े होने की सूचना पुलिस को दी।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरौनी में इलाज कराया गया। फिर उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, अब बच्ची स्वस्थ है। फिलहाल रक्षाबंधन का त्योहार होने की वजह से बच्ची का नाम राखी रखा गया है, क्योंकि रक्षाबंधन के दिन बच्ची को नई जिंदगी मिली। पिपरा में एक स्कूल के पीछे रात में बच्ची के रोने की आवाज आ रही थी, जिसे सुनकर एक चाय दुकानदार वहां पहुंचे। जब चायवाला पहुंचा तो प्लास्टिक के थैले में बच्ची फेंकी हुई थी।
वहीं, नवजात बच्ची होने की सूचना मिलते ही बेगूसराय के विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान की ऋतु सिंह बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और बच्ची को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय लाई, जहां पर उसकी जांच-पड़ताल की गई। बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। ऋतु सिंह ने बताया कि 5 से 6 दिन की बच्ची लग रही है। फिलहाल इसका इलाज कराया गया है और बच्ची जिला बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण में रखी जाएगी और इसकी देखभाल की जाएगी। साथ ही कोई भी नि:संतान दंपति इस बच्ची को दत्तक ग्रहण केंद्र से निबंधन कर प्राप्त कर सकते हैं।
बच्ची का इलाज कर रहे सदर अस्पताल के डॉक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि 5 से 6 दिन की बच्ची लग रही है। बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। बोझ समझकर किसी मां ने इस बच्ची को फेंका है। इसे बाल संरक्षण इकाई द्वारा रेस्क्यू कर लाया गया है। फिलहाल बच्ची का इलाज किया जा रहा है। इलाज के बाद इसे बाल संरक्षण इकाई के हवाले किया जाएगा।