भोपाल । मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पहले हम जब प्रदेश में पंचायत चुनाव कराने जा रहे थे तो कोरोना की दूसरी लहर आ गई, इसके बाद चुनाव नहीं हो पाए। इस बार भी चुनाव के दौरान हम कोरोना गाइडलाइन का पालन कराएंगे।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 52 जिलों के जिला पंचायत, 313 जनपद पंचायत, 22581 ग्राम पंचायत सरपंच और 3 लाख 62 हजार पंच के लिए चुनाव होंगे। चुनाव तीन चरणों में होंगे। अभी हमारे पास जितनी इवीएम हैं उसमें तीन चरणों में चुनाव हो सकेगा। प्रथम चरण में 9 जिलों को लिया जाएगा, दूसरे चरण में 7 जिलों में चुनाव होगा, बाकी के 36 जिले में चुनाव तीसरे चरण में होगे।

सभी केंद्रों पर मतदान का समय सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक होगा। 55 हजार ईवीएम के जरिए चुनाव कराए जाएंगे। पंच और सरपंच का चुनाव मतपत्र से होगा, जनपद और जिला पंचायत चुनाव इवीएम से होंगे। निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि चुनाव की घोषणा होते ही मध्य प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। यह चुनाव खत्म होने तक लागू रहेगी। चुनाव के दौरान जुलूस और रैली के लिए सक्षम अधिकारी से अनुमति लेनी होगी। आनलाइन नामांकन भी भर सकेंगे, जिसकी हार्ड कापी जमा कराना होगी।

प्रथम चरण
6 जनवरी को मतदान होगा।
6 जनवरी को ही सरपंच और पंच पद के लिए मतगणना।
10 जनवरी को जिला पंचायत और जनपद पंचायत सदस्य के लिए इवीएम से मतगणना।

दूसरा चरण
28 जनवरी को मतदान होगा।
28 जनवरी को ही सरपंच और पंच पद के लिए मतगणना।
1 फरवरी को जिला पंचायत और जनपद पंचायत सदस्य के लिए इवीएम से मतगणना।

तीसरा चरण
16 फरवरी को मतदान होगा।
16 फरवरी को ही सरपंच और पंच पद के लिए मतगणना।
20 फरवरी को जिला पंचायत और जनपद पंचायत सदस्य के लिए इवीएम से मतगणना।