जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में में हुए आतंकवादी हमले के बाद पूरे देश में चिंता की लहर दौड़ गई है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब घाटी में अमरनाथ यात्रा की तैयारियाँ जोरों पर हैं और सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही हाई अलर्ट पर थीं। हमले के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है और सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। बता दें कि पहलगाम के बैसराणा इलाके में आतंकवादियों ने पर्यटकों के समूह को निशाना बनाया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस हमले में अभी तक एक पर्यटक की मौत हो चुकी है। वहीं 12 पर्यटकों को गंभीर रूप से घायल होने की खबर सामने आई है। वहीं इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाकों में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। बता दें कि आतंकवादियों ने करीब 5 मीनट तक गोलीबारी की। जिसके बाद वे वहां से फरार हो गए। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
गृहमंत्री अमित शाह ने बुलाई हाईलेवल बैठक
हमले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में सेना, खुफिया एजेंसियों (इंटेलिजेंस), गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य हमले के बाद की स्थिति की समीक्षा करना, सुरक्षा इंतज़ामों को और पुख्ता करना और भविष्य की रणनीति तय करना है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह थोड़ी देर में श्रीनगर के लिए रवाना होंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी ने भी अमित शाह से पहलगाम आतंकी हमले की जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और सख्ती
बैठक में हमले की योजना, आतंकियों की संभावित पहचान, उनके प्रवेश मार्ग और उनके नेटवर्क पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने, संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात करने और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाने की संभावना है। विशेष तौर पर अमरनाथ यात्रा को लेकर अब और भी कड़ी निगरानी की जाएगी।
घाटी में फिर बढ़ी आतंकी हलचल
इस हमले ने एक बार फिर घाटी में सक्रिय आतंकी संगठनों की मौजूदगी और उनके इरादों को उजागर कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों को पहले से इनपुट मिल रहे थे कि आतंकी संगठन किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। ऐसे में पहलगाम हमला इन खुफिया रिपोर्ट्स की पुष्टि करता है। अब फोकस न सिर्फ हमलावरों की तलाश पर होगा, बल्कि आतंकी नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने पर भी होगा।