भोपाल। अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भोपाल पहुंच गए हैं। इस दौरान पीएम मोदी भोपाल के जंबुरी मैदान में जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित महासम्मेलन से जनजातीय समुदाय से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रानी कमलापति भूला दी गईं, उनको इतिहास में उ​चित स्थान न अंग्रेजों ने दिया और न कांग्रेस ने दिया। लेकिन प्रधानमंत्री ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन रखकर रानी का सम्मान बढ़ाया है। प्रधानमंत्री मोदी रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के लोकार्पण सहित अन्य रेल परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। कांग्रेस सवाल कर रही है कि जनजातीय गौरव दिवस महासम्मेलन का आयोजन क्यों किया जा रहा है। वे कहते हैं कि यह पैसे की बर्बादी है। कुछ लोग, जो कहते थे कि भाजपा सरकार आदिवासी विरोधी है, वो अब अदालत जा रहे हैं। अब वे परेशान हैं। वो खुद आइआइएफए जैसे इवेंट्स पर हीरो-हीरोइन पर करोड़ों खर्च करते हैं : सीएम शिवराज कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रानी कमलापति को भुला दिया गया। न तो अंग्रेजों ने और न ही कांग्रेस ने उन्हें इतिहास में उचित स्थान दिया। लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम पर रखा। पीएम मोदी मध्य प्रदेश की प्रथम विधानसभा के लिए निर्वाचित सदस्य लक्ष्मीनारायण गुप्ता का सम्मान करेंगे। गुप्ता 1952 में पहली बार हिंदू महासभा के प्रत्याशी के रूप में शिवपुरी जिले के पिछोर विधानसभा क्षेत्र से चुने गए थे। वे राजस्व मंत्री रहे हैं और 103 वर्ष के हैं।

  प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री जनजातीय गौरव दिवस महासम्मेलन के दौरान मध्य प्रदेश में राशन आपके ग्राम योजना का शुभारंभ करेंगे। पीएमओ ने कहा, ‘इसका उद्देश्य हर महीने गांवों में जनजातीय समुदाय के लाभार्थियों को पीडीएस राशन का मासिक कोटा पहुंचाना है। महासम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश सिकल सेल (हीमोग्लोबिनोपैथी) मिशन के शुभारंभ के अवसर पर लाभार्थियों को आनुवंशिक परामर्श कार्ड भी सौंपेंगे। मिशन को सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया और अन्य हेमोग्लोबिनोपैथी से पीड़ित रोगियों की जांच, प्रबंधन और इन बीमारियों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिए विकसित किया गया है, जिसका प्रभाव मध्य प्रदेश के जनजातीय समुदाय पर अधिक गहरा देखा जाता है। प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, त्रिपुरा और दादरा 

  इसके अलावा प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश के आदिवासी स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी और स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों और नायकों की फोटो प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। वह नव नियुक्त विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भी सौंपेंगे। कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगूभाई सी पटेल, केंद्रीय मंत्री डा वीरेंद्र कुमार, नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य एम सिंधिया, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद एस पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते और डा. एल मुरुगन भी मौजूद रहेंगे।

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