नई दिल्ली। कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वेरिएंट और कोरोना की संभावित तीसरी लहर के खतरे के बीच शिवराज सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है। राज्य में अगले तीन दिन तक नो मास्क नो मूवमेंट अभियान चलाया जाएगा। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को बताया कि पुलिस बिना मास्क वाले लोगों को रोकेगी और उन्हें मास्क लगाकर घूमने की समझाइश देगी।
दरअसल प्रदेश में कोरोना के मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिली है। गृह मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के 12 नए मामले सामने आए, जबकि 8 ठीक हो गए हैं। वहीं अभी राज्य में कुल 128 सक्रिय मामले हैं। राज्य में संक्रमण से ठीक होने की दर 98। 6 फीसदी है और संक्रमण दर 0। 2 फीसदी है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मास्क के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए प्रदेश पुलिस ’नो मास्क-नो मूवमेंट’ अभियान चलाएगी। तीन दिन चलने वाले इस अभियान में पुलिसकर्मी लोगों से मास्क लगाने और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के लिए विनम्रता के साथ निवेदन करेगी। वहीं प्रदेश में बुधवार को 17 केस सामने आए थे, जिनमें राजधानी भोपाल में 9 केस हैं। इंदौर में 5, जबलपुर में 2 और अशोकनगर में 1 पॉजिटिव केस मिला है। ऐसे में सरकार को अंदेशा है कि आगामी दिनों में संक्रमितों की संख्या में और उछाल आ सकता है।
दरअसल, प्रदेश में सबसे ज्यादा केस वाले भोपाल, इंदौर और जबलपुर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। वहीं, कोरोना के मामले में भोपाल और इंदौर हॉट स्पॉट हैं। यहां हर दिन बड़ी संख्या में पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। भोपाल में कोरोना संक्रमितों को काटजू हॉस्पिटल में भर्ती किया जा रहा है। शहर में होम आइसोलेशन की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। एडीएम संदीप केरकट्टा ने बताया भोपाल जिले में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उन्हें अस्पतालों में ही रखा जाएगा। इसके साथ उनकी ट्रैवल हिस्ट्री और उनके संपर्क वाले लोगों का भी कोरोना टेस्ट किया जाएगा। साथ ही जिन व्यक्तियों का सैंपल लिया गया है, उन सभी को आइसोलेशन में रखा जाएगा। बढ़ते संक्रमण के बीच कॉल सेंटर व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है।