सागर।  मध्य प्रदेश के सागर में एक व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर एक ही सिंिरज से 39 स्कूली बच्चों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने मामला सामने आया है। पुलिस ने इस व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है तथा जिला टीकाकरण अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह घटना बुधवार को यहां जैन हायर सेकेंडरी स्कूल में एक महा टीकाकरण अभियान के दौरान हुई जिसके बाद जितेंद्र अहिरवार के तौर पर पहचाने जाने वाले वैक्सीनेटर के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज की गई।

सागर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ डी के गोस्वामी ने कहा कि इस घटना के बाद मौके से फरार हो गया अहिरवार एक निजी र्निसंग कॉलेज का छात्र है और उसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण कार्यक्रम चलाने के लिए प्रशिक्षित किया गया था।

अधिकारी ने बताया कि ये 15 साल से अधिक उम्र के नौवीं से 12वीं कक्षा के बच्चे हैं। कुछ बच्चों के माता-पिता ने अहिरवार को बच्चों को टीका लगाने के लिए एक ही सिंिरज का उपयोग करते हुए देखा और इस घोर लापरवाही पर विरोध जताया। अभिभावकों के विरोध के बाद सागर के प्रभारी जिलाधिकारी क्षितिज ंिसघल ने सीएमएचओ को मामले की जांच के लिए भेजा।

अधिकारी ने कहा कि मौके पर मौजूद लोगों ने गोस्वामी को बताया कि अहिरवार ने कथित तौर पर एक ही सिंिरज से 39 बच्चों को टीका लगा दिया। अभिभावकों के विरोध के बाद अहिरवार मौके से फरार हो गया। सीएमएचओ ने जब स्कूल का निरीक्षण किया तो वह वहां नहीं मिला। आरोपी ने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर लिया। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि घटना को गंभीरता से लेते हुए सागर संभागीय आयुक्त मुकेश शुक्ला ने बृहस्पतिवार को सीएमएचओ की रिपोर्ट के आधार पर जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ शोभाराम रोशन को निलंबित कर दिया। संभागीय आयुक्त ने निलंबन आदेश जारी किया और जिलाधिकारी को डॉ रोशन के स्थान पर अन्य अधिकारी को नियुक्त करने का भी निर्देश दिया।

गोपाल गंज थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अहिरवार के तहत भादंसं की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। इस बीच स्वास्थ्य अधिकारियों ने सभी 39 बच्चों की जांच की है। इनमें से 19 बच्चों की रिपोर्ट सामान्य पाई गई है जबकि शेष बच्चों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।