भोपाल। भाजपा में कांग्रेस से आए नेताओं को मंत्री बनाए जाने के बाद से बगावत नहीं थम रही है। रामनिवास रावत को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय देेेने के बाद मंत्री नागर सिंह चौहान ने पद से इस्तीफा देने की खुली धमकी दी। इसके बाद नागर दिल्ली चले गए। दिल्ली से लौटने के बाद नागर के तेवर धीमे पड़ गए, लेकिन अब पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने एक बार फिर बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। विश्नोई ने कहा कि दलबदलू नेताओं का मंत्री बनना उनका सौभाग्य, हमारा दुर्भाग्य है। हालांकि भाजपा में विश्नोई के बयान को गंभीरता से नहीं लिया जाता है।

जबलपुर के पाटन से विधायक एवं पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने कहा, नागर सिंह चौहान ने सोच-समझकर कदम उठाया होगा। मंत्री बनना दलबदलू नेताओं का सौभाग्य और हमारा दुर्भाग्य है। हम अपनी ही पार्टी में ठगा महसूस कर रहे हैं।

पूर्व में संगठन कर चुका है तलब
विश्नोई के बयानों में मंत्री नहीं बनने का दर्द छलकता है। पूर्व में भी विश्नोई संगठन की कार्यप्रणाली को लेकर बयानबाजी करते रहे हैं, जिसके लिए संगठन उन्हें तलब करके चेतावनी दे चुका है। इसके बावजूद भी विश्नोई समय मिलते ही बयान देकर विवाद खड़ा करते हैं। बताया गया कि विश्नोई की मंत्री नहीं बनने के अलावा दूसरी बड़ी पीड़ा यह है कि पाटन विधानसभा में उनके विरोधी नीलेश अवस्थी को भाजपा में शामिल कर लिया गया है