ग्वालियर, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर दोस्ती होने के बाद यूपी के कैलोर की रहने वाली अंजू अपने कथित दोस्त नसरुल्लाह से मिलने पाकिस्तान चली गई. हालांकि अंजू वीजा लेकर वैध तरीके से पाकिस्तान गई थी लेकिन अब उसने वहां धर्म बदलकर उसी दोस्त नसरुल्लाह से निकाह कर लिया. अंजू ने अपना नाम बदलकर भी फातिमा रख लिया. बेटी की इस हरकत पर अंजू के पिता का दर्द छलका है.

मध्य प्रदेश के टेकनपुर में रहने वाले उसके पिता ने कहा, ‘वो हमारे लिए मर गई है.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे किसी बात की कोई जानकारी नहीं है, अब उससे कोई लेना-देना नहीं है वो जो चाहे करे. बेटी के पाकिस्तान चले जाने के सवाल पर पिता ने कहा कि मैं, उसके दिमाग को क्या समझूंगा, मेरी उससे एक साल से बातचीत नहीं हुई थी.

अंजू के पिता ने खत्म किया बेटी से रिश्ता
उन्होंने कहा, जो लड़की अपने बच्चों को छोड़ कर चली गई उससे हमारा रिश्ता खत्म है. पति को तो छोड़िए जिस बेटी ने अपने ही बच्चों को छोड़ दिया उससे मेरा कोई रिश्ता कैसे हो सकता है. वहीं उसके वीजा खत्म होने पर देश लौटने के सवाल पर अंजू के पिता ने कहा कि वीजा खत्म हो जाए या फिर वो खुद खत्म हो जाए मुझे अब कोई लेना-देना नहीं है

अब बच्चों को कौन पालेगा: पिता
पिता ने कहा, अगर उसे यही सब करना था तो पहले तालाक लेती, सब कुछ यहां से करके जाती, उसने उस लड़के और अपने दो बच्चों कि जंदगी भी खराब कर दी है. अब उसके 14 साल के बेटे और 5 साल की बेटी को पालने के लिए कौन जिम्मेदार होगा.

जासूसी के आरोपों को पिता ने नकारा
वहीं टेकनपुर में बीएसएफ के हेडक्वार्टर के पास रहने की वजह से पाकिस्तान की तरफ से जासूसी के लिए बेटी के इस्तेमाल किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, मैं 42 साल से यहीं रहता हूं.उन्होंने कहा कि मेरे बच्चों का क्राइम नेचर नहीं है. वहीं गांव के प्रधान ने कहा कि पूरा क्षेत्र अंजू की इस हरकत से शर्मसार है. इसमें अंजू के माता-पिता की कोई गलती नहीं है.

कैसे पाकिस्तान पहुंच गई अंजू
दरअसल अंजू यूपी के कैलोर की रहने वाली है, वो एक निजी कंपनी में नौकरी करती है और साल 2007 में अरविंद से उसकी शादी हुई थी. शादी के बाद अंजू राजस्थान के भिवाड़ी में पति के साथ रहती थी.शादी के बाद अरविंद से उसके दो बच्चे भी हैं. अंजू “फेसबुक के जरिए नसरुल्लाह से संपर्क में आई थी और फिर उनकी दोस्ती हो गई. इसके बाद दोनों फोन पर भी बात करने लगे और फिर वो उससे मिलने पाकिस्तान पहुंच गई. अंजू ने पाकिस्तान जाने के बाद कहा था, ‘मैं नसरुल्ला को दो-तीन सालों से जानती हूं. मैंने यह बात अपनी बहन और मां को पहले दिन ही बता दी थी. “