भोपाल। प्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव 2023 में हिुदुत्व का मुद्दा भी जोरे-शोर से उठेगा। अभी तक भाजपा हिंदुत्व का राजनीतिक फायदा लेती आ रही है। इसे कांग्रेस छीनने की कोशिश में लगी है। खुद केा सबसे बड़ा हनुमान भक्त साबित कर चुके कमलनाथ अब भगवान राम पर भी दावा ठोकने की तैयारी में है। प्रदेश में कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व के जरिए हिंदू वोटों को साधने के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में सुंदरकांड का पाठ कराने का फैसला किया है। इसके जरिए व वह राम, रामभक्त हनुमान और उनके असंख्य भक्तों को रिझाएगी।
कांग्रेस के सुंदरकांड के आयोजनों को लेकर भाजपा का कहना है कि यह चुनावी हिंदू हैं। वहीं, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राजनीति में धर्म को लाने का काम भाजपा ने किया है। प्रदेश में हिंदुत्व के मुद्दे पर कांग्रेस भाजपा की राह पर चल रही है। दरअसल दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों का फोकस बहुसंख्यक वोटरों को साधने पर है। हिंदू वोटरों को अपने पाले में करने के लिए ही दोनों ही दल धर्म का सहारा ले रहे हैं।
कथाओं के करा रहे बड़े आयोजन
भाजपा नेता कथावाचकों से कथा करा रहे हैं। भोपाल के नरेला से विधायक और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग 10 जून से पंडित प्रदीप मिश्रा की श्री शिवमहापुराण कथा का आयोजन करा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा भी पांच जून से 11 जून तक भागवत कथा का आयोजन करा रहे हैं। इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव है। इसलिए नेता वोटरों को साधने कोई कसर नहीं छोडऩा चाहते। इसलिए भागवत कथा, सुंदरकांड, धार्मिक आयोजन कराने में नेता आगे आ रहे हैं।
मंगलवार-शनिवार सुंदरकांड पाठ
कांग्रेस सभी 230 विधानसभा में सुंदरकांड का पाठ करा रही है। इसकी शुरुआत छिंदवाड़ा जिले की विधानसभा से हो चुकी है। यहां पर प्रत्येक विधानसभा में मंगलवार और शनिवार को अलग-अलग मंदिरों में सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा। प्रत्येक विधानसभा में 108 पाठ किए जाएंगे। कांग्रेस की धर्म एवं उत्सव प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष ऋचा गोस्वामी ने बताया कि यह अनुष्ठान सभी के कल्याण और शांति के लिए किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा के चुनावी हिंदू के बयान पर कहा कि कांग्रेस में दिखावा नहीं है। भाजपा के मन की बात चुनाव आने पर सामने आ ही जाती है। उन्होंने कहा कि भगवान को राजनीति में सबसे पहले भाजपा लेकर आई।