भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावके बिगुल बजने में 5 महीने का ही समय बचा है। ऐसे में सत्तारूढ़ बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। वहीं, 15 वर्ष से अधिक समय से सत्ता से बाहर कांग्रेस भी अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार है। कांग्रेस अब संगठन क्षमता को सुदृढ़ करने के लिए जोर-आजमाइश कर रही है। इसी तारतम्य में आगामी दिनों में मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में कांग्रेस सेवा दल के प्रशिक्षण शिविर लगाए जाएंगे। एक ऐसा ही शिविर बुधवार को इंदौर में भी लगाया गया। राज्यससभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस शिविर में शामिल हुए। तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर दिग्विजय सिंह ने सेवादल के प्रशिक्षणार्थियों के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया।

दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं को पांच सूत्र देते हुए कहा कि सेवादल के प्रशिक्षण शिविर में अगर पांच सूत्रों पर ट्रेनिंग दी जाएगी तो आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनाने से कोई नहीं रोक पाएगा। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता को संपर्क, संवाद, समन्वय, सामन्जस और सकारात्मक सोच के साथ काम करने की जरूरत है।

जन-जन तक पहुंचानी होगी विचारधारा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि सेवादल के माध्यम से सिर्फ हमें चुनावी लाभ की बात नहीं करनी है। राजनीति, विचारधारा की होती है। ऐसे में विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम महा जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं।

धर्म के दुरुपयोग का आरोप
दिग्जिवय सिंह ने सेवादल के शिविर में भाजपा पर धर्म के दुरुपयोग के आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी में धर्म का राजनीतिकरण किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि धर्म आस्था का प्रश्न है। भारत में सभी को धर्म का पालन करने की आजादी है। भारतीय संविधान में हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार मिला है। लेकिन आरएसएस और बीजेपी संविधान को चुनौती दे रही है। यह ठीक बात नहीं है

कमलनाथ-दिग्विजय से संभाला मोर्चा
मध्यप्रदेश कांग्रेस में दो ही बड़े चेहरे हैं, जो पूर्व और भूतपूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं। इसलिए अब दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने मैदान संभाल लिया है। कमलनाथ और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हर क्षेत्र में जा रहे हैं। यह नेता अपनी बात लोगों तक पहुंचा रहे हैं।