ग्वालियर । शहर में जहां भी खाली प्लॉट हैं, उन पर नजर रखें। खाली प्लॉट में कचरा फेंकने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करें। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे से कचरा फेंकने वालों की पहचान करें और जुर्माना लगाया जाए।
व्यावसायिक क्षेत्रों में दिन में दो बार, बस स्टैंड आदि सार्वजनिक स्थलों पर हर घंटे और रिहायशी क्षेत्रों में कम से कम एक झाड़ू जरूर लगवाई जाए। कचरा संग्रहण मेंं लापरवाही बरतने वाले वाहन चालक और मॉनिटरिंग करने वाले संबंधित अधिकारियों पर नगर निगम आयुक्त कार्रवाई करें। इसके साथ ही जिसके खाली प्लॉट में कचरा मिले उसका नामांतरण निरस्त करने की कार्रवाई अमल में लाई जाए। यह निर्देश कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने विभागीय समन्वय बैठक में नगर निगम आयुक्त और राजस्व अधिकारियों को दिए हैं।
बैठक में कलेक्टर के अलावा निगमायुक्त किशोर कान्याल, जिपं सीईओ आशीष तिवारी, अपर कलेक्टर डॉ. इच्छित गढ़पाले और एचबी शर्मा सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
भूखंड मालिक करवाएं बाउंड्री
कलेक्टर ने कहा कि शहर में खुली जगह, भूखंड आदि पर कचरा फेंकने की प्रवृति पर सख्ती से लगाम लगाई जानी चाहिए। क्षेत्रीय अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में खाली भूखंड देखें और इनके मालिकों से बाउंड्रीवॉल बनवाने के लिए कहें। कोई भी प्लॉट कचरा घर न बने। प्लॉट मालिकों को पहले चेतावनी दी जाए इसके बाद भी न मानें तो नगर निगम प्लॉट को अपने अधिकार में ले और नामांतरण निरस्त कराने की कार्रवाई कराएं।
यह भी दिए निर्देश
- जिस वार्ड में अधिकारी की ड्यूटी लगी है, वे वहां प्रतिदिन मॉनिटरिंग के लिए पहुंचें और खाली प्लॉटों में जमा कचरे को साफ कराएं।
- शहर में जोनल स्तर पर और ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत स्तर पर सुशासन शिविर सही तरीके से लगवाए जाएं।
- शुक्रवार तक 15 से 17 वर्ष तक की उम्र के 6500 बच्चों को टीका लगवाया जाए।
- भू माफिया, रेत माफिया और शराब माफिया पर सख्ती से कार्रवाई करें। मुहिम को तेज करके एफआइआर कराई जाए और परिसंपत्तियों को जब्त किया जाए।