रबूपुरा। पाकिस्तान के करांची से चार बच्चों के साथ आकर 50 दिनों तक रबूपुरा में रहने वाली सीमा हैदर का मामला दिनों दिन तूल पकड़ता जा रहा है। गिरफ्तारी से लेकर जमानत मिलने और मीडिया में सुर्खियां बटोरने वाली सीमा हैदर से एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्कॉट) की 2 दिन तक लम्बी पूछताछ के बाद अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि पूछताछ में कुछ सवालों पर सीमा हैदर घिरती नजर आ रही है।

टूटे फोन, सिम कार्ड, डिलीट चैट का कुछ डाटा रिकवर होने पर एटीएस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं तथा सीमा हैदर के जबावों से एटीएस संतुष्ट नजर नहीं आ रही। जिनको लेकर अभी पूछताछ जारी रहेगी तथा केंद्रीय जांच एजेंसियां भी जल्द ही सीमा हैदर, सचिन व उसके कुछ अन्य करीबियों से पूछताछ कर सकती हैं और सीमा, सचिन, परिजन व जांच एजेंसियों के रडार पर आए करीबियों पर कानूनी शिकंजा कस सकता है।

मामला दो देशों व सुरक्षा से जुड़ा होने के चलते फिलहाल सीमा हैदर को कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है और पुनः कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।सूत्रों के दावे अनुसार सीमा हैदर पाकिस्तानी दूतावास से मदद की गुहार लगा सकती है। जिसको लेकर सीमा हैदर की वापसी पर विचार किया जा सकता है। हालांकि इस प्रकार की आधकारिक पुष्टि नहीं है। एटीएस की पूछताछ के बाद बुधवार को सचिन के घर मीडियाकर्मियों की काफी भीड़ लगी रही लेकिन वह कहां है इसकी कोई जानकारी नहीं हुई।

’सीमा हैदर के विरोध में पहुंची आस्था मां’ विगत दिनों से जारी प्रकरण में अब सीमा हैदर के प्रति विरोध के सुर तेज हो गए हैं। सोशल मीडिया से लेकर गांव की गलियों तक मे बहस छिड़ी हुई है।

जहाँ कुछ संगठन लगातार सीमा हैदर को पाकिस्तान वापिस भेजने की मांग कर रहे हैं तो वही लोग उसके समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं। बुधवार को हिन्दू महिला परिषद की राष्ट्रीय अध्यक्ष आस्था मां कुछ कार्यकर्ताओं के साथ रबूपुरा पहुंची और सचिन के घर के पास सीमा हैदर को वापिस भेजने की मांग करते हुए हंगामा किया। जिसके चलते ग्रामीणों व उनके बीच तीखी नोकझोंक हुई।

ग्रामीणों के विरोधाभास के कारण आस्था मां को उल्टे कदम ही लौटना पड़ा। बताया जाता है इससे पूर्व भी कुछ लोग सचिन के घर जाकर सीमा हैदर का विरोध कर चुके हैं।

सूत्रों बताते हैं कि सीमा सचिन के विरोध व समर्थन को लेकर मामला बढ़ता नजर आ रहा है। उसके घर जाकर हंगामा-प्रदर्शन लोगों को नागवार गुजरा रहा है। अगर यही स्थिति रही तो माहौल बिगड़ सकता है तथा प्रशासन को ऐसे लोगों की गतिविधियों पर भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।

’मीडिया के सवालों से परेशान हो रहे ग्रामीण’ सीमा हैदर के जेल से रिहाई के बाद कस्बे में तूफान सा आ गया। जहाँ, यहां मीडियाकर्मी नजर नहीं आते थे वहां आज सैकड़ो की संख्या में मीडियाकर्मी पहुंच रहे हैं।

5 दिन तक कैमरे के सामने बेबाक जबाब देने वाली सीमा हैदर व सचिन ने अचानक मीडिया से दूर होते हुए मिलना बंद कर दिया और परिजनों ने दोनों की तबियत खराब होने का हवाला दिया था।

आज एक सप्ताह बाद भी सचिन के घर के बाहर भारी संख्या में मीडिया जुटी हुई है लेकिन सीमा, सचिन से मुलाकात नहीं हो पा रही। इसको लेकर विभिन्न प्रकार की चर्चाओं का माहौल है। कोई इसे प्रशासन का शिकंजा बता रहा है तो कोई कुछ लोगों द्वारा नजरबंद करने व निजी स्वार्थ के लिए सीमा से नहीं मिलने देने का दावा कर रहा है।

हालांकि मामले की हकीकत अभी समझ से परे है। उधर सीमा सचिन व अन्य परिजनों से मुलाकात नहीं होने पर मीडियाकर्मी गांव की गलियों में घूमकर लोगों से सवाल-जबाव कर रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है और वह मीडिया से बचना शुरू हो गए।

ग्रामीण बताते हैं कि सुबह से लेकर शाम तक दर्जनों पत्रकार आकर विभिन्न प्रकार के सवाल-जबाव करते हैं तथा कुछ को तो अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते भी देखे जा सकते हैं। इसलिए जो लोग खुलकर बोलते थे वो भी मीडिया से बचने लगे हैं।