इंदौर । इंदौर में आज नो-कार डे मनाया जा रहा है। इसके चलते कलेक्टर इलैया राजा सिटी बस से और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ई-बाइक से कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने आज नो कार डे के तहत अपने कार्यालय जाने के लिए लोक परिवहन सेवा का उपयोग किया। वे सुबह कार्यालय जाने के लिए अपने घर से पैदल निकले। जीपीओ पहुँचे। यहां से वे आई बस में सवार हुए।

आई बस से भवर कुआंं पहुंचे। भवर कुआं से वे सिटी बस में सवार होकर अपने कार्यालय आये। इसी तरह अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने भी सायकिल/लोक परिवहन सेवा/दो पहिया वाहन आदि का उपयोग किया। देश का सबसे साफ शहर अब पर्यावरण को बेहतर बनाने की ओर बढ़ रहा है। प्रदूषण को कम करने की दिशा में यह अपील की गई है।

कलेक्टर इलैया राजा टी ने आज नो कार डे का सपोर्ट किया और अपने निवास से कलेक्टर कार्यालय तक का सफर सिटी बस से पूरा किया. कलेक्टर निवास से वे पहले भंवरकुआं चौराहे तक सिटी बस से गए. उसके बाद सिटी बस कार्यालय से इलैया राजा टी ने दूसरी बस पकड़ी और कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. कलेक्टर ने चर्चा में बताया कि नो कार डे का मकसद लोगों में पर्यावरण बचाने के लिए जागरूकता लाना है और इसका हम सभी को खुले दिल से स्वागत करना चाहिए. इधर इंदौर के कई नामी स्कूलों के शिक्षक भी आज इस पहल का सपोर्ट करते दिखे. इंदौर के डीपीएस निपानिया में पढ़ाने वाले शिक्षक राजेश खार्वे ने बताया कि बतौर शिक्षक उनका काम बच्चों को शिक्षा देना है.

कांग्रेस भी आई समर्थन में
ऐसे में अगर हम बच्चों के लिए एक उदाहरण पेश करते हैं तो उससे बच्चे सीख लेते हैं. उन्होनें महापौर को भी धन्यवाद देते हुए इस पहल में सबको शामिल होने की अपील भी की. वहीं इंदौर में मनाए जा रहे नो कार डे को लेकर इंदौर शहर कांग्रेस भी आगे आई और महापौर की पहल का स्वागत किया. इस मामले में विधायक संजय शुक्ला ने पहल का स्वागत करते हुए कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए अगर एक दिन कार न चलाएं तो ये अच्छी शुरूआत हो सकती है.