भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश और प्रदेश अपनी माँ है। शासकीय सेवा में नवनियुक्त युवा बेहतर कार्य (better work) कर माँ के प्रति कर्तव्य को पूरा करने में पूरा योगदान दें। सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाकर दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि योग्यता, कर्मठता, ईमानदारी और पारदर्शिता से आपका शासकीय सेवा में चयन हुआ है। आप टीम मध्यप्रदेश का हिस्सा बन गये हैं। आपका टीम मध्यप्रदेश में स्वागत है।

मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार शाम को अपने निवास कार्यालय समत्व भवन में शासकीय सेवा में नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति-पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति-पत्र वितरित कर उन्हें, उनके माता-पिता और गुरूजनों को बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने एक लाख शासकीय नौकरी देने की घोषणा की थी, अब तक 55 हजार भर्तियाँ की जा चुकी हैं। आगामी 15 अगस्त से पहले एक लाख भर्तियाँ पूरी हो जाएंगी। इसके बाद अगले 50 हजार पदों पर भी भर्ती की प्रक्रिया चालू की जाएगी।

इस मौके पर ऊर्जा, लोक निर्माण, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास, वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सहित विभिन्न विभागों में चयनित लगभग 2000 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम में जल संसाधन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट, स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और नवनियुक्त युवा उपस्थित थे।

आप जनता के सेवक बनकर कार्य करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप और हम सब जनता के सेवक हैं। प्रदेश की जनता को बेहतर सुविधायें देने के लिए सेवक बनकर कार्य करें। नौकरी को सिर्फ रोजगार नहीं समझें, यह जनता की सेवा की गारंटी है। शासकीय सेवा में आना दुर्लभ अवसर है। इसका बेहतर से बेहतर उपयोग करें, जिससे मध्यप्रदेश विकास की ऊँचाइयों को छू सके। दिल में कुछ करने की तड़प हो तो वह चैन से नहीं बैठने देती है। ऐसी ही तड़प रख कर आप संकल्प शक्ति के साथ जनता की सेवा में जुट जाएं। सकारात्मक सोच और दृष्टिकोण के साथ प्रदेश की प्रगति और विकास के लिए कार्य करें।

तेजी से आगे बढ़ रहा है प्रदेश
उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। पहले प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रुपये थी, जो अब बढ़कर एक लाख 40 हजार रुपये हो गई है। मध्यप्रदेश की जीएसडीपी पहले 71 हजार करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 15 लाख करोड़ रुपये हो गई है। कृषि का उत्पादन 100 करोड़ मीट्रिक टन से बढ़कर 700 करोड़ मीट्रिक टन हो गया है। बिजली का उत्पादन 2900 मेगावॉट से बढ़कर 28 हजार मेगावॉट हो गया है। चारों तरफ विकास और प्रगति के कार्य हो रहे हैं। रोजगार और कौशल, सिंचाई, शहरों के विकास, पेयजल, पंचायत, ग्रामीण विकास, ऊर्जा, वन सहित हर दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाने की अनंत संभावनाओं को पूरा करने में आपका योगदान बेहतर हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब से गरीब बहना अपने आपको अकेला महसूस नहीं करें, इसके लिए लाड़ली बहना योजना बनाई गई है। उन्होंने चयनित युवाओं के साथ समूह चित्र खिंचवाकर उनका उत्साहवर्धन किया।