भोपाल, (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना को प्रतिमाह राशि प्रदान करने की नहीं बल्कि उनके सम्मान की योजना है। इससे बहनों के जीवन में बदलाव आ रहा है। महिला सशक्तिकरण का नया युग प्रारंभ हो रहा है। बहनों के हित में सरकार द्वारा अनेक योजनाएँ संचालित हो रही हैं। बचपन में मैं देखता था कि महिलाओं के साथ भेदभाव होता था। तब से मेरे मन में महिलाओं के हित में कार्य करने की बहुत इच्छा थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की। आज प्रदेश में 45 लाख लाड़ली लक्ष्मी बन चुकी हैं। बेटी के शादी के लिए कन्या विवाह योजना शुरू की।

मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को सिवनी-मालवा बानापुरा में लाड़ली बहना सम्मेलन और विकास पर्व कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने 262 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण/भूमि-पूजन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत चुनाव और नगरीय निकाय में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिससे पंचायतों व नगरों में महिलाएँ सरकार चला रही हैं। इतना ही नहीं मकान-दुकान और जमीन खरीदने पर रजिस्ट्री के स्टाम्प शुल्क में बहनों के लिए दो प्रतिशत की छूट दी गई है। मैंने नर्मदा जयंती के दिन नर्मदापुरम में लाड़ली बहना योजना की घोषणा की थी। अब बहनों के खाते में हर महीने एक हजार रुपये आ रहे हैं। इस राशि को धीरे-धीरे बढ़ाते हुए तीन हजार रुपये तक किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि किसानों की सम्मान निधि अब 10 हजार से बढ़कर 12 हजार कर दी गई है। पूर्व में केंद्र से 6 हजार और प्रदेश सरकार से 4 हजार रुपये मिलाए जाते थे, जिसे बढ़ाकर प्रदेश में अब 6 हजार और कर दिया गया है। अब किसान सम्मान निधि के कुल 12 हजार रुपये किसानों के खाते में पहुँचेंगे।

मुख्यमंत्री ने सिवनी मालवा में सुंदर और शानदार आडिटोरियम बनावाने, मुख्य मार्ग पर पार्किंग की व्यवस्था, कुसुम महाविद्यालय में साइंस पीजी क्लास और शिवपुर में महाविद्यालय शुरू करने की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना में अब 21 से 23 वर्ष की बहनों के फार्म भी भरे जा रहे हैं और जिन बहनों के परिवार में ट्रैक्टर अथवा पांच एकड़ से कम जमीन है, उनको भी इस योजना में शामिल किया जाएगा। हर बहन की आमदनी कम से कम एक लाख रुपये वार्षिक हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं के स्व-सहायता समूहों को टोल टैक्स संग्रहण कार्य से जोड़ा जा रहा है। बहनें लखपति बनेंगी, बहनें और सशक्त होंगी। उन्होंने कहा कि बहनों पर बुरी नजर डालने वाले, दुराचार करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा उन्हें कठोरतम दण्ड दिया जाएगा। शराब की दुकानों के पास के अहाते बंद कर दिए गए हैं। महिलाओं के सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकार मदद कर रही है। आठवीं तक फीस माफ की जाएगी। कक्षा 12 वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वालों को लैपटाप के लिए 25 हजार तथा स्कूल में प्रथम आने वाले एक बेटी-एक बेटी को स्कूटी दी जाएगी। मेधावी योजना में विद्यार्थियों की फीस की व्यवस्था सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सपनों को मरने नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री का लाडली बहनों ने एक बड़ी राखी से और नागरिकों द्वारा बड़ी पुष्प मालाओं से स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और कन्या-पूजन से हुई।

वाहन रुकवा कर बहनों की दी सहायता
मुख्यमंत्री चौहान विकास पर्व के बाद जब सड़क मार्ग से वापस लौट रहे थे, तो उन्हें दो बहनें सड़क के किनारे दुखी दिखाई दीं। उन्होंने वाहन रुकवा कर उन्हें पास बुलाया और उनकी परेशानी पूछी। दिव्यांग बहन संगीता साहू और किरण साहू ने बताया कि वे आर्थिक रूप से परेशान हैं। मुख्यमंत्री ने तुरन्त उन्हें आर्थिक सहायता स्वीकृत करते हुए निर्देश दिये कि दिव्यांग बहन संगीता को न केवल जन-सहयोग से स्कूटी प्रदान की जाए, बल्कि हर संभव सहायता दी जाये।