नई दिल्लीः मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है. जिसमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को भी विधानसभा चुनाव का टिकट दिया गया है. वह दिमनी सीट से चुनाव लड़ेंगे. पार्टी के इस फैसले ने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दिया है. हालांकि इन सबके बीच अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सीट तय होनी बाकी है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पिछले 15 वर्षों से राज्य की राजनीति से बाहर हैं और आखिरी बार 2008 तक ग्वालियर से विधायक रहे. वह वर्तमान में मुरैना से सांसद हैं.
कुछ महीने पहले, भारतीय जनता पार्टी ने आगामी राज्य चुनावों के लिए अभियान समिति के प्रमुख के रूप में तोमर के नाम की भी घोषणा की थी, क्योंकि वह उस समय भाजपा के पुराने नेताओं के बीच सबसे “स्वीकार्य चेहरा” थे. नरेंद्र तोमर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से आते हैं, जहां 2018 के चुनावों में भाजपा 34 में से सिर्फ आठ सीटें जीत सकी थी और उसे अपने इस फैसले से बदलाव की उम्मीद है.
सत्तारूढ़ दल ने अभी तक शिवराज सिंह चौहान की उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की है. पार्टी की पहली सूची में हमेशा सीएम का नाम होता है. लेकिन कुल 78 उम्मीदवारों की पहली दो सूचियों में चौहान का नाम नहीं है. वह 2006 से बुधनी से विधायक हैं. राज्य के एक भाजपा नेता ने बताया, ‘बुधनी सीट की घोषणा अभी बाकी है. सीएम वहीं से लड़ेंगे.’
बीजेपी के एक सूत्र ने यह भी कहा कि पार्टी की पहली दो सूचियां उन सीटों पर केंद्रित थीं, जो बीजेपी पिछले चुनाव में हार गई थी और इसलिए यहां उम्मीदवारों को प्रचार के लिए अधिक समय देने के लिए जल्दी सीट का बंटवारा किया गया. कुल मिलाकर, तीन केंद्रीय मंत्री और सात सांसद दूसरी सूची में शामिल हैं. जिनमें से कई खुद को सीएम दावेदार के रूप में भी देखते हैं.
17 वर्षों से सीएम हैं शिवराज सिंह चौहान
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के आगामी चुनाव जीतने की स्थिति में स्पष्ट रूप से चौहान को अगले सीएम के रूप में नामित नहीं किया था. अगस्त में जब पूछा गया कि अगला सीएम कौन होगा, तो अमित शाह ने कहा, ‘आप इसमें क्यों पड़ रहे हैं कि पार्टी का काम क्या है? यह हमारी पार्टी का काम है, हम तय करेंगे.’ चौहान 2006 से पिछले 17 वर्षों से मुख्यमंत्री हैं, 15 महीने के अंतराल को छोड़कर जब कमल नाथ 2018 में मुख्यमंत्री बने.