इंदौर। सोमवार को साध्वी ऋतुम्बरा इंदौर आई। वे संगम नगर क्षेत्र के आयोजन में शामिल हुई और मीडिया से उन्होंने चर्चा की। साध्वी ने नए साल के जश्न पर सवाल उठाते हुए कहा कि सनातनियों का नया साल वर्ष प्रतिपदा से शुरू होता है।

तब धरती हरे और पीले रंग से सराबोर रहती है। प्रकृति पर छठा बिखरी रहती है। तब देवी भगवती के अनुष्ठान कर हिन्दू परिवार भीतर और बाहर से पवित्र होते है। सनातनियों की यही परंपरा है।

साध्वी ने कहा कि 31 दिसंबर की आधी रात को शराब पीकर सड़कों पर बोतलें फोड़ना, नंगा नाच करना कहां तक उचित है। इस तरीके को लेकर हमारा विरोध है। तब सड़कों पर हादसे भी होते है। विदेशी नया साल मना सकते है, लेकिन उसका एक तरीका होना चाहिए। विदेशी नया साल और हिन्दू नववर्ष के मनाने के तरीकों में जमीन- आसमान का फर्क है। हिन्दू वर्ष प्रतिपदा के समय उपवास करते है। पूजन करते है।

साध्वी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि अब देशवासी सजग हो रहे है। इस तरह के मुद्दों पर चर्चा होने लगी है। साध्वी ऋतुम्बरा का मंत्री तुलसी सिलवाट और लक्की अवस्थी ने सत्कार किया।