भोपाल । गोविंदपुरा क्षेत्र में महात्मा गांधी चौराहे पर स्थित भेल कॉलेज में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा का अनावरण सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की दृढ़ इच्छा शक्ति के चलते झुग्गी-झोपडिय़ां हटीं और वीआईपी रोड बना। लोग आज बात करते हैं बुलडोजर की। उन्होंने उस समय बुलडोजर चलवाया और बुलडोजर वाले मुख्यमंत्री बन गए थे। गौर साहब जैसा होना आज के युग में मुश्किल है।

शिवराज सिंह ने कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत ही गौर साहब के चुनाव से हुई थी। इमरजेंसी के समय जब गौर साहब जेल गए तो मैं भी उनके पीछे-पीछे जेल चला गया। उन्होंने अपना जीवन बिना किसी राग-द्वेष के समाज के श्रमिक, शोषित और वंचित वर्ग के लिए जिया। वे हम सबके प्रेरणा स्त्रोत हैं। व्यक्ति अगर चाहे तो बड़े से बड़ा काम कर सकता है। वो एक साधारण परिवार में पैदा हुए। वे भोपाल की कपड़ा मिल में काम करते थे। और मजदूरों की लड़ाई लड़ते हुए वे जनसंघ में आए। जब इमरजेंसी लगी थी आपातकाल में वो जेल गए।

सच कहूं तो मेरे राजनैतिक जीवन की शुरुआत भी गौर साब के चुनाव से हुई थी। जब वो जेल गए तो मैं भी उनके पीछे-पीछे जेल चला गया था। कार्यक्रम में गोविंदपुरा विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन, प्रवासी विधायक राजू कुमार सिंह, महापौर मालती राय, वन विकास निगम उपाध्यक्ष सत्येन्द्र भूषण, भोपाल जिले के प्रभारी महेन्द्र यादव, बाबूलाल गौर शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य संजय जैन के साथ-साथ कई वार्डों के पार्षद और रहवासी मौजूद थे।