इंदौर. शहर में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच सरकार सैंपलिंग और बेड संख्या बढ़ाने पर जोर दे रही है. इंदौर के बड़े अस्पतालों में से एक MY अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 5 मई से 100 बेड शुरू किए जाएंगे. इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि MY अस्पताल 20 आईसीयू और 40-40 एचडीयू व ऑक्सीजन बेड होंगे.
गौरतलब है कि मंत्री सिलवाट ने शनिवार को जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक की. इस बैठक में सांसद शंकर लालवानी, विधायक आकाश विजयवर्गीय, महेंद्र हार्डिया, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता के साथ संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित, अधीक्षक MY हॉस्पिटल डॉ. पीएस ठाकुर भी उपस्थित थे.
दूसरी ओर मंत्री सिलावट ने सांवेर में शनिवार को कोविड केयर सेंटर का उद्घाटन किया. इस सेंटर में 120 बेड की उपलब्धता है. रविवार से यहां कोविड के सामान्य लक्षण वाले मरीजों का इलाज होगा. सिलावट के मुताबिक, इस कोविड सेंटर में ऑक्सीजन के लिए 7 कंसंट्रेटर भी लगाए गए हैं. ताकि, इमरजेंसी में कम ऑक्सीजन लेवल वाले मरीजों के आने पर उन्हें मदद मिल सके. यह सेंटर सांवेर पीजी कॉलेज परिसर में शुरू किया गया है. यहां मरीज के लिए भोजन, पानी एवं नाश्ते की फ्री व्यवस्था रहेगी. उनका मनोबल बढ़ाने के लिए योग भी कराया जाएगा. इसके अलावा धार्मिक विषयों पर आधारित फिल्म, भजन और धारावाहिक भी दिखाई जाएंगे. यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम और पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध रहेगा.
मध्य प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 12379 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 5,75,706 तक पहुंच गयी है. पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 102 और व्यक्तियों की मौत हुई है. राज्य में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 5,718 हो गई है. यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के एक अधिकारी ने दी है. उन्होंने कहा कि शनिवार को इंदौर में 1832 , भोपाल में 1683, ग्वालियर में 1105 एवं जबलपुर में कोविड-19 के 759 नए मामले सामने आए.
अधिकारी ने बताया कि राज्य में कुल 5,75,706 संक्रमितों में से अब तक 4,81,477 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और 88,511 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है. उन्होंने कहा कि शनिवार को 14562 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.