रायपुर। यहां चल रही बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री की रामकथा में एक मुस्लिम महिला ने यह कहते हुए हिन्दू धर्म अपना लिया कि इससे अच्छा कोई धर्म नहीं है।

हिन्दू धर्म सभ्यता और संस्कारों वाला धर्म है। सुल्ताना नाम की महिला ने कहा कि मैं बिलासपुर में रहती हूं, पिता का नाम आमिर खान और माता का नाम सरबरी बेगम है। मैं हिन्दू धर्म से प्रभावित थी और मूर्ति पूजा करती थी, जिसके चलते हुए मेरे पिता ने मुझे त्याग दिया। उसने कहा कि सनातन धर्म में औरतों की जिंदगी तलाक..तलाक..तलाक बोलने से बर्बाद नहीं होती। यहां शादी का महत्व होता है।