भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में कभी मीरा बाई तो कभी रसखान सबकुछ त्याग कर सनातन धर्म के अनुयायी बन गए, वहीं भगवान श्री कृष्ण की नगरी वृन्दावन में रुबीना प्रीति बन गई और हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार एक युवक से शादी कर ली। रुबीना तीन तलाक की पीड़िता रह चुकी है। तीन तलाक होने के बाद इस्लाम त्याग कर हिन्दू सनातन धर्म अपनाया लिया है।

प्रेमिका ने अपने प्रेमी की खातिर दो बच्चों को सबसे छोटा तीन साल व दूसरा छह साल के बच्चे को छोड़कर चली आई। पहले मिस्ड कॉल के जरिए दोस्ती हुई फिर दोनों इंस्टाग्राम पर आकर दोनों में बातचीत शुरू हुई। बात करते-करते दोनों दोस्त बन गए और दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया। प्रेमिका अपना धर्म और बच्चे छोड़कर हिंदू धर्म में शादी कर ली।

रुबीना न जिस हिंदू युवक से शादी की है वह उससे 8 साल छोटा है। उसका नाम प्रमोद कश्यप है। रुबीना और प्रमोद एक दूसरे से पहले चैटिंग और वीडियो कॉल से एक दूसरे से जुड़े थे वह अब एक पवित्र बंधन में बंधकर एक दूसरे के हो गए हैं। तलाक के बाद रूवीना ने अपना धर्मपरिवर्तन कर प्रीति नाम रखा लिया। पंडित के के शंकधार ने गौमूत्र और गंगा जल से रूबीना का शुद्धिकरण कराया है। प्रेमिका ने हिंदू धर्म में आस्था जताई और मुस्लिम धर्म में महिलाओं का सम्मान नहीं दिया जाता और वहां प्रताड़ित किए जाने की बात बताई।

बदायूं जिले के रहने वाले प्रेमी प्रमोद और मथुरा वृंदावन की रहने वाली रूबीना अपने दो बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ शादी करने बरेली आ गई और उसने अपने प्रेमी के साथ अग्नि को साक्षी मानकर शादी कर ली। आचार्य के के शंकधार ने रूवीना गोमूत्र गंगाजल से शुद्धिकरण कराया उसके बाद सात फेरे दोनों ने लिए। वही प्रेमिका ने अपना नाम बदलकर प्रीति रख लिया।

मथुरा में वृंदावन बांगर काशीराम कॉलोनी की रहने वाली रुबीन ने बताया कि उनके पूर्वज मुगल आक्रांताओं के खौफ के कारण इस्लाम के अनुयायी बन गए थे, लेकिन मेरा विश्वास हिंदू देवताओं में है। मैं उनकी पूजा अर्चना करती हूं। इस्लाम धर्म में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं करता है। हलाला जैसी कुप्रथाएं प्रचलित हैं। रुबीना ने कहा कि उन्होंने अपनी मर्जी से मैंने हिंदू रीति रिवाज से सनातन धर्म स्वीकार कर लिया है।