रतलाम। करीब 300 सालों से अधिक पुराना और आस्‍था-भक्ति का केंद्र कालिका माता मंदिर और नवरात्रि में लगने वाला मेला स्‍थानीय लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है। यहां लगने वाले मेले की हर दुकान के बाहर उसके मालिक का नाम लिखना होगा। इस संबंध में नगर निगम एमआईसी की बैठक में फैसला लिया गया है। इस आदेश के अनुसार मेले की दुकानों के बाहर मालिक का नाम लिखना होगा। दरअसल, कालिका माता मेले में सैकड़ों दुकाने लगती है।

राजस्व समिति नगर निगम रतलाम के प्रभारी दिलीप गांधी ने कहा कि मेले में दुकानों को लेकर नया आदेश जारी किया गया है। इस मेले में दुकानों की नीलामी होती है। पहले शिकायतें आईं थीं कि मेले में दलाल सक्रिय होते हैं, जो कई दुकानों को पहले ही खरीद लेते हैं और फिर मोटा मुनाफा कमाते हुए दुकानों को अधिक धन राशि या किराया लेकर कालाबाजारी करते हैं। इसी को रोकने के लिए यह आदेश जारी किया गया है। ताकि आम दुकानदार को परेशानी ना हो।

इसी को रोकने के लिए यह आदेश जारी किया गया है। ताकि आम दुकानदार को परेशानी ना हो। बतादें कि कालिका माता मेले में सैकड़ों दुकाने लगती हैं। वहीं इस मामले में मपार्षद नासिर कुरेशी का कहना है कि, ये सरासर गलत है हम इसका विरोध करते हैं। रतलाम शहर और कालिका माता मेला सांप्रदायिक सौहार्द की मिशाल है और भाजपा इसे बिगाड़ना चाहती है।