मुंबई। मुंबई में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को रोकने के लिए मनपा ने मुंबई को 7 जोन में बांट दिया है। इन 7 जोन में 7 आईएस ऑफिसर्स की नियुक्ति की गई है, जो अपने-अपने जोन में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने का पूरा प्रयास करेंगे। मुंबई में पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन 600 से 800 के बीच कोरोना रोगी सामने आ रहे हैं। इससे मरने वालों की संख्या भी प्रतिदिन 18 से 22 के बीच चल रही है। अब ज्यादा मामले सघन झोपड़ पट्टियों में निकल रहे हैं, जहां लोग सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करने को मजबूर हैं। मुंबई में कोरोना जांच की रिपोर्ट आने में दो से सात दिन लग रहे हैं। जिसके रोगियों का इलाज शुरू करने या उन्हें डिस्चार्ज करने में अधिक समय लग रहा है। मुंबई को परेशान करने वाली बारिश का मौसम भी सिर पर है।
बता दें कि मुंबई में 10 दिनों के भीतर ही कोरोना के दोगुना मामले देखने को मिले हैं। इस विषय की गंभीरता को देखते हुए मनपा ने अब मुंबई के 24 वार्डों को 7 भागों में वर्गीकृत करके उनमे 7 आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। इन इलाकों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को रोकने की जिम्मेदारी इन आईएएस अधिकारियों की होगी। मनपा द्वारा दिए गए निर्देशो के अनुसार इन आईएएस अधिकारियों को ग्राउंड पर रहकर कोरोना के मामले रोकने के लिए अलग-अलग नीतियां अपनानी होगी और मुंबई में जहां 10 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं।
इसकी अवधि बढ़कर 20 दिनों तक ले जानी होगी। इसके लिए वे 2 बजे से अपने जोन में आनेवाले क्षेत्रों का भ्रमण करेंगे तथा 3 बजे अपने कार्यालय लौट सकेंगे। मुंबई को 7 जॉन में वर्गीकृत करके पॉजिटिव केसेस की शीघ्रता से जांच की जाएगी। इनके संपर्क आनेवाले लोगों की भी जांच होगी। कंटेन्मेंट जोन में सख्त पुलिस बल कार्यरत रहेगा और घर-घर जाकर निगरानी रखी जाएगी। इसी के साथ इलाज और क्वारंटाइन की सुविधा भी बढ़ाई जाएगी।