भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि प्रदेश में शाला स्तर पर शैक्षणिक गुणवत्ता (improvement in the quality of education) का स्तर निरंतर सुधर रहा है। भारत सरकार द्वारा कराए गए पिछले सर्वे में मध्यप्रदेश 17वें स्थान (Madhya Pradesh 17th place) पर था, इस वर्ष के सर्वे में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) पूरे देश में पाँचवें स्थान (fifth place in the country) पर है। इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासी बधाई के पात्र हैं। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में शिक्षा की गुणवत्ता का महत्वपूर्ण योगदान है। गुणवत्ता सुधार के उद्देश्य से ही सीएम राइज स्कूल शुरू किए जा रहे हैं। हमें यह ध्यान रखना है कि पहला सुख निरोगी काया है। इसके लिए भोजन की गुणवत्ता महत्वपूर्ण है। स्कूलों में मिलने वाले मध्यान्ह भोजन से पोषण तो मिलता ही है, लेकिन बच्चों के विकास में प्रोटीन और विटामिन की महत्वपूर्ण भूमिका है। मूंग दाल प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। अत: राज्य सरकार ने कक्षा 8वीं तक के विद्यार्थियों को मूंग दाल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को प्रदेश के 66 लाख विद्यार्थियों को 78 हजार 511 मीट्रिक टन मूंग दाल वितरण कार्यक्रम का दीप जलाकर कन्या-पूजन के साथ शुभारंभ किया। शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राशि मिश्रा, सोनम गौर और कविता धाकड़ को मूंग दाल के पाँच-पाँच किलो के पैकेट भेंट कर प्रदेशव्यापी मूंग दाल वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की। योजना में विद्यार्थियों के भोजन में अधिक पौष्टिकता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों को 10 किलो और कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को 15 किलो मूंग दाल दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ व्यक्तिगत स्वास्थ्य, खेल-कूद और पोषण पर ध्यान देना आवश्यक है। आँगनवाड़ियों में भी कुपोषण दूर करने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। शाला स्तर पर मूंग दाल वितरण से विद्यार्थियों और उनके परिवार के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार होगा।

मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानंद का उल्लेख कर विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि स्वयं को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए। आप जैसा चाहते हैं, अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और निरंतर प्रयास से वैसा बन जाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अध्ययनशील रहते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और कहा कि हम किसी भी बच्चे की पढ़ाई में पैसे को बाधा नहीं बनने देंगे। इंजीनियरिंग, नीट, क्लेट की परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों की फीस राज्य शासन द्वारा भरी जाएगी।

जानकारी दी गई कि मूंग वितरण का क्रियान्वयन, स्कूल शिक्षा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के समन्वय से किया जाएगा। कार्यक्रम में पूर्व प्रोटेम स्पीकर तथा विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक कृष्णा गौर, प्रमुख सचिव खाद्य फैज अहमद किदवई उपस्थित थे।