सतना । मध्य प्रदेश के सतना जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं का वजन बढ़ाने के लिए साइलो बैग में रेत और मिट्टी मिलाने का खेल चल रहा था। इस घटना का वीडियो वायरल होने पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। वीडियो जब अधिकारियों तक पहुंचा तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में जांच शुरू की गई। बताया जाता है कि इस गेहूं को राशन के रूप में गरीबों को बांटा जाना था। घटना सतना जिले के रामपुर बघेलान ब्लॉक के बांधा गांव में बने सायलो बैग भंडारण केंद्र की है। वजन बढ़ाने का खेल कब से जारी था? अब तक कितनी बोरियों में रेत और मिट्टी की मिलावट की जा चुकी है, इसका पता छानबीन के बाद ही चलेगा।
छानबीन में मिलावट की हुई पुष्टि
वीडियो की सत्यता जांचने के लिए जिला प्रशासन (district administration) की टीम बांधा गांव स्थित साइलो बैग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के केंद्र पर पहुंची। मिलावटखोरी जांच करने वाली टीम ने मौके से 16 बोरियों को सैंपल के रूप में जब्त कर लिया। इसकी वहीं पर जांच की गई। इसमें कई किलो बालू पाई गई। इस जांच टीम में एसडीएम रामपुर बघेलान, तहसीलदार, जिला आपूर्ति अधिकारी, नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक, वेयरहाउस लॉजिस्टिक के अधिकारी मौजूद रहे।
नाराज कर्मचारी ने खोली पोल
बताया जाता है कि साइलो बैग लिमिटेड केंद्र पर हो रही मिलावटखोरी की पोल वहीं के एक कर्मचारी ने खोली। प्रशासन की टीम ने वीडियो वायरल करने वाले व्यक्ति के बारे में भी पूछताछ की। टीम को पता चला कि वीडियो वायरल करने वाला शख्स पहले साइलो में ही काम करता था। जांच टीम ने बताया कि आयुष पांडेय वहां ऑपरेटर के रूप में काम करता था। पिछले दिनों उसको बर्खास्त कर दिया था। हालांकि, जो वीडियो वायरल हुआ है उसे प्रशासन ने अपने पास रखा है। इसमें साइलो के कई कर्मचारी गेहूं में रेत और मिट्टी की मिलावट करते दिख रहे हैं।
प्रबंधक सहित 6 पर एफआईआर
एक मिनट 25 सेकंड के वायरल वीडियो में दो लोग गेहूं में रेत मिलाते देखे जा सकते हैं। वीडियो की पुष्टि होने का बाद एसडीएम के प्रतिवेदन पर थाना रामपुर बघेलान में प्रबंधक समेत 6 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें साइलो प्रबंधक ज्योति प्रसाद, महेश नामदेव, गिरीश पांडेय, ज्ञानेंद्र कुशवाहा, पुष्पेंद्र पांडेय और आयुष पांडेय को आरोपी बनाया गया है। सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 417,511 और 34 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन अभी जारी है। स्थानीय लोगों ने भी स्वीकार किया कि वीडियो सायलो बैग का ही है। वीडियो में नजर आ रहे कर्मचारी वहीं काम करते हैं।