भोपाल। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जिला कांग्रेस अध्यक्ष, जिला प्रभारी और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज समीक्षा बैठक के बाद प्रदेश कार्यकारणी को भंग करने का निर्णय लिया गया है। आगामी आदेश तक जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारी काम करते रहेंगे। जल्द ही नई कार्यकारणी का गठन किया जाएगा।

बैठक में जिला अध्यक्ष और प्रभारियों ने लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों का एलान जल्द से जल्द किए जाने की मांग संगठन के सामने उठाई। पदाधिकारियों का कहना था कि विधानसभा चुनाव में हुई गलतियों को लोकसभा में नहीं दोहराया जाना चाहिए। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन में देरी हुई थी, जिसका खामियाजा पार्टी को चुनाव में उठाना पड़ा। पार्टी को बड़े नेताओं को लोकसभा चुनाव में उतारना चाहिए।

बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ ही कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व प्रदेश अध्यक्षगण सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल,ओमकार मरकाम, पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और उपनेता हेमंत कटारे आदि शामिल रहे।

प्रभारियों का गुस्सा भी फूटा : बड़े नेताओं के सामने जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारियों का गुस्सा भी फूटा। उन्होंने कहा कि संगठन में नियुक्तियां हो जाती हैं, लेकिन प्रभारी को इसकी जानकारी नहीं जाती है। उन्होंने आगे कहा कि कई जिलों में कुछ लोगों ने तानाशाही रवैया अपना रखा है। जबकि पार्टी में सबकी बात को तवज्जो दी जानी चाहिए।

भाजपा की तारीफ : बैठक में कई नेताओं ने भाजपा की रणनीति की तारीफ करते हुए कहा कि राजस्थान में बीजेपी ने पहली बार के विधायक को सीएम बना दिया। हम भाजपा से नहीं कांग्रेस के कारण हारे हैं। क्योंकि जिनको टिकट नहीं मिला, उन्होंने डबल ताकत से प्रत्याशी को चुनाव हराया है।

गुटबाजी के कारण विधानसभा चुनाव हारा : बैठक से बाहर निकलने पर मीडिया से चर्चा में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने कहा कि कांग्रेस ने गुटबाजी के कारण विधानसभा चुनाव हारा। कांतिलाल भूरिया ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लड़ाने की पैरवी करते हुए कहा कि पार्टी को सही दिशा में आगे बढऩे की जरूरत है।