मध्य प्रदेश के मैहर में नाबालिग के साथ किए गए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सख्ती दिखाते हुए राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया गया है. आरोपी रविंद्र चौधरी का उदयपुर में स्थित घर ढहाया गया है तो वहीं अतुल बढ़ौलिया के मलियान टोला में स्थित घर पर भी बुलडोजर एक्शन हुआ है.
मैहर प्रशासन ने शनिवार सुबह ही पहुंचकर आरोपियों घर बुलडोजर की कार्रवाई की है. एक्शन के दौरान एसडीएम सुरेश जादव, एसडीओपी लोकेश डावर सहित भारी तादाद में पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे. बता दें कि दोनों आरोपियों ने 10 साल की मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप को अंजाम दिया है. लड़की का इलाज फिलहाल रीवा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है.
पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी मंदिर प्रबंधन में दैनिक वैतिन भोगी कर्मचारी हैं. गुरुवार दोपहर 2 बजे दोनों लड़की को बहला-फुसलाकर मां शारदा मंदिर के पास पहाड़ियों पर ले गए. यहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और मारपीट भी की. खून से सनी मासूम को गंभीर हालत में बच्ची को उसके परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया था.
14 दिन की कस्टडी में भेजे गए आरोपी
एसडीओपी लोकेश डावर के मुताबिक लड़की के शरीर पर काटे जाने के कई निशान हैं. लड़की के प्राइवेट पार्ट में लाठी डालने की बात भी सामने आई है. हालांकि, इसकी पुष्टि मेडिकल जांच के बाद ही हो सकेगी. आरोपियों के नाम रवींद्र कुमार रवि और अतुल भदोलिया हैं. दोनों की उम्र 30 साल है. दोनों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा
वारदात के बाद मंदिर प्रबंधन ने दोनों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. मंदिर प्रबंधन ने बयान जारी कर कहा है कि आरोपियों के कारण मंदिर की छवि खराब हुई है. वारदात के बाद परिजनों ने सिविल अस्पताल में जमकर हंगामा भी किया. बताया जा रहा है कि एक आरोपी मंदिर समिति की गौशाला का सिक्योरिटी गार्ड है तो वहीं, दूसरा वेदशाला में चपरासी है.