मंदसौर| कहते है प्यार जब होता है तो वो न उम्र देखता है, न भाषा और न ही सरहदों की सीमा। प्यार तो जब जिससे होना होता है हो ही जाता है। प्यार करने के लिए भाषा की नहीं बस एक दिल की जरुरत होती है| प्यार करने वालों के लिए इस समय सबसे ख़ास समय वैलेंटाइन वीक चल रहा है| इस दौरान मध्य प्रदेश के मंदसौर से एक ऐसी ही प्रेम कहानी सामने आयी है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट से दोनों के बीच दोस्ती हुई और फिर प्यार| इस प्रेम कहानी को अपनी मंजिल तक पहुँचाने के लिए समुन्दर पार कर गांव के लड़के से शादी करने लड़की मंदसौर आ गई|
दरअसल, मंदसौर जिले के कुचडौद निवासी 26 साल के गोविंद माहेश्वरी और श्रीलंका की रहने वालीं 25 साल हंसनी ईरानमली इधीरीसिंगे शादी के पवित्र बंधन में बंध गए| मंदसौर जिले के एक छोटे से गांव कुचड़ोद में रहने वाले गोविंद बताते हैं कि उनकी हंसिनी से पहली बार पहचान ट्विटर के जरिये हुई थी| फिर स्काइप पर दोनों वीडियो कॉल पर बात करने लगे| आगे चलकर उनकी दोस्ती प्यार में बदली| फिर बसंत पंचमी के अवसर पर दोनों ने शादी की| मोदी के ट्वीट को फॉलो करते-करते दोनों के बीच दोस्ती हुई थी| दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। 10 फरवरी को दोनों ने भारतीय रीति-रिवाज से सात फेरे ले लिए। गोविन्द मूलत: एक किसान हैं। हालांकि उसने इंजीनियरिंग की है। जबकि श्रीलंका की रहने वालीं 25 साल हंसनी ईरानमली इधीरीसिंगे अभी चंडीगढ़ से MBBS कर रही हैं।
हंसिनी ने बताया कि इंटरनेट पर गोविंद से प्यार होने के बाद वह उससे मिलने भारत आई| उसने परिवार वालों को मनाकर भारत में फिजियो थेरेपिस्ट का कोर्स किया| वहीं, इस दरमियान गोविन्द ने भी बीई की पढ़ाई पूरी की| दोनों ने अपने परिवार को दिल की बात बताई और सहमति से दोनों ने धूमधाम से विवाह रचाया| हंसनी के पिता इरानमली ईरीधीसिंगे श्रीलंका की सुप्रीम कोर्ट में नामी वकील हैं। वहीं मां लेक्चरर। फिलहाल दोनों चंडीगढ़ में रहेंगे। यह लवस्टोरी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है| गोविन्द बताते हैं कि किसी को सच्चे दिल से चाहो तो मिल ही जाता है, शुरुआत में परेशानी होती है लेकिन हार नहीं मानना चाहिए|