जबलपुर। पिछले दिनों मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने कोरोनावायरस के नाम पर विधानसभा का शीतकालीन सत्र स्थगित कर दिया। सभी जानना चाहते थे कि कोरोनावायरस के बाहरी संक्रमण के बीच चुनाव अभियान आयोजित करने वाली सरकार, अनुशासित तरीके से विधानसभा का सत्र आयोजित करने से क्यों डर रही है। दरअसल, सरकार को कमलनाथ और कांग्रेस के विधायकों का नहीं बल्कि अपनी ही पार्टी के अजय विश्नोई जैसे विधायकों से डर लगता है। विश्नोई ने आज फिर शिवराज सिंह सरकार पर हमला किया है।
जबलपुर से बीजेपी के वरिष्ठ विधायक अजय विश्नोई ने अब सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। विश्नोई ने मंत्रियों को जिलों के प्रभार अब तक नहीं दिए जाने पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है- प्रदेश के सभी जिलों में अनेक समस्याएं समाधान के लिए प्रभारी मंत्री की बाट जो रहे हैं। कैबिनेट विस्तार के बाद भी विश्नोई का दर्द सोशल मीडिया पर झलका था। लेकिन इस बार उन्होंने मुख्यमंत्री की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इससे पहले कैबिनेट विस्तार के अगले दिन 4 जनवरी को भी विश्नोई ने सोशल मीडिया पर लिखा था- महाकौशल के 13 भाजपा विधायकों में से एक को तथा विंध्य में 18 भाजपा विधायकों में से एक को राज्य मंत्री बनने का सौभाग्य मिला है। महाकौशल और विंध्य अब फड़फड़ा सकते हैं उड़ नहीं सकते। महाकौशल और विंध्य को अब खुश रहना होगा… खुशामद करते रहना होगा।
मध्यप्रदेश में अजय विश्नोई अकेले विधायक नहीं है जो सरकार से तीखे सवाल पूछते हैं बल्कि ऐसे कई विधायक है। विधानसभा की प्रश्नावली में भाजपा विधायकों के नाम सबसे ज्यादा मिलते हैं। कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान की दोस्ती तो सभी जानते हैं इसलिए विपक्ष से मुख्यमंत्री को कोई खतरा नहीं है लेकिन जब आवाज अपने घर के अंदर से उठती है तो हमेशा सुर्खियां बन जाती है।