भोपाल। सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ एक्शन मोड में आ गए है। पहले ही दिन उन्होंने कर्जमाफी जैसे बड़े फैसले किए और अफसरों की बैठक ली और दूसरे दिन उन्होंने अफसरों से वन-टू-वन चर्चा की हैं। इसी कड़ी में कमलनाथ ने अपने सचिवालय में अशोक वर्णवाल को ही प्रमुख सचिव रखने का फैसला कर लिया है। वर्णवाल शिवराज के भी प्रमुख सचिव थे, उन्हें कमलनाथ का विश्वस्त अधिकारी माना जाता है। वहीं प्रदेश में जल्द ही बड़ी प्रशासनिक हो सकती है, जिसकी शुरू हो चुकी है| छिंदवाड़ा एसपी का तबादला किया गया है, वहीं रीवा कमिश्नर को हटाया गया है|
खबर है कि आज कल में सीएम बड़ी प्रशासनिक सर्जरी कर सकते है। पहली कड़ी में आईएएस अफसरों के तबादलों की पहली सूची जारी की जा सकती है। इनमें कुछ जिला कलेक्टर और मंत्रालय स्तर पर प्रमुख सचिव स्तर के अफसरों के नाम हो सकते हैं। वही शिवराज सरकार में लम्बे समय से पदस्थ अफसरों की बदली तय मानी जा रही है। इसके साथ ही मंत्रिमंडल के गठन के लिए विधायकों के नाम पर विचार किया जा रहा हैं। माना जा रहा है कि एक दो दिन में कैबिनेट का भी फैसला हो सकता है। इसमें दो दर्जन से ज्यादा विधायक मंत्री बन सकते हैं|

कमलनाथ ने सोमवार रात ही अफसरों को बदले जाने की कवायद शुरू कर दी थी, इसमें इंदौर,भोपाल, सागर,सीधी, रीवा समेत लगभग दस कलेक्टरों को बदलने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ ने ऐसे अफसरों की सूची बहुत पहले ही बना ली थी, जो भाजपा के फेवर में काम कर रहे थे। हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान ही नाथ ने दो टूक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि 11 के बाद 12 तारिख भी आती है।अब लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ मंत्रालय से लेकर विभागों तक अपने हिसाब से अफसरों जमावट करना चाहते हैं। इसमें गृह,परिवहन,ऊर्जा,पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग,समान्य प्रशासन,जनसंपर्क,नगरीय प्रशासन जैसे महकमों में अफसरो को बदले जाने की तैयारी हो रही है।

कमलनाथ के सीएम बनते ही नए मुख्य सचिव के नाम को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई है। चुंकी बीपी सिंह 31 दिसम्बर को रिटायर होने वाले हैं। नियमानुसार उन्हें एक सेवावृध्दि और मिल सकती है, लेकिन नाथ इसके पक्ष में फिलहाल नहीं हैं। फिलहाल सीएस के नाम के लिए एसआर मोहंती, आरएस जुलानिया, एम गोपाल रेड्डी समेत कुछ नाम आगे चल रहे है। जल्द ही नये सीएस को लेकर फैसला किया जा सकता है| एसआर मोहंती के नाम पर मुहर लग सकती है|

कांग्रेस सरकार के कामकाज संभालते ही गृह, जनसंपर्क, उद्योग और सामान्य प्रशासन विभाग ,कृषि, नगरीय प्रशासन, सामान्य प्रशासन, ग्रामीण विकास में बडे स्तर तक अधिकारियों को बदला जाना है। इसके साथ ही प्रशासनिक फेरबदल भी होना तय है। हालांकि प्रशासनिक जमावट नए मुख्य सचिव के चयन के बाद होगी। मुख्यमंत्री की कमान संभालने के बाद कमलनाथ को मुख्य सचिव का चयन करना है। सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा नेताओं के रिश्तेदार अधिकारियों का भी हटना तय है। इन अधिकारियों की पदस्थापना विधानसभा चुनाव से ठीक पहले की गई थी। जिसमें जनसंपर्क के संचालक आईपीएस अधिकारी आशुतोष प्रताप सिंह, नगर निगम भोपाल के आयुक्त अवनीश लवानिया का नाम शामिल है। आशुतोष शिवराज सिंह चौहान के भांजे दामाद हैं, जबकि लवानिया पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दामाद हैं। अधिकारियों के बदले जाने के साथ साथ विभागों में भी कई तरह से चेंजेंस किए जाएंगें। यहां अब नए सिरे से पूरी जमावट होगा। साथ ही माना जा रहा है कि 2019 में होने वाले आम चुनावों के मद्देनजर मुख्य विभागों की जिम्मेदारी भी कुछ खास अधिकारियों को इसी महीने सौंपी जा सकती है। पहली बार में ही कमलनाथ 25 से ज्यादा आईएएस अफसरों को इधर से उधर करने की तैयारी है।

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