इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर जिला निर्वाचल कार्यालय के अधिकारी उस समय भौंचक्के रह गये, जब 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए जमानत की रकम भरने आए एक उम्मीदवार ने उनके सामने 10,000 रुपये के सिक्कों का ढेर लगा दिया. निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दीपक पवार इंदौर के क्षेत्र क्रमांक-तीन से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं. वह जमानत की रकम के रूप में 10,000 रुपये की रेजगारी साथ लेकर आए थे. यह रेजगारी एक-एक रुपये के सिक्कों के रूप में थी. करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के दौरान पांच लोगों ने सिक्के गिनकर उन्हें रसीद दी. अधिकारी ने बताया कि पवार ने चुनावी जमानत की रकम तो भर दी है, लेकिन फिलहाल अपना पर्चा दाखिल नहीं किया है.
प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए पर्चा भरने की 9 नवम्बर (शुक्रवार) को आखिरी तारीख है. इस बीच, पवार ने बताया कि वह पेशे से वकील हैं और चुनावों में पहली बार किस्मत आजमाने जा रहे हैं. जमानत की रकम के रूप में रेजगारी जमा करने का कारण पूछे जाने पर उन्होंने दावा किया कि बाजार में इन दिनों नकदी की खासी किल्लत है और लोगों ने उन्हें चुनावी चंदे के रूप में केवल सिक्के दिये.
खुद को स्वर्णिम भारत इंकलाब पार्टी का नेता बताने वाले पवार ने कहा, ‘चुनावी चंदे में नोट नहीं मिलने पर मुझे इन सिक्कों को ही जमानत की रकम के रूप में जमा कराना पड़ा.’