नोएडा । ओमिक्रॉन की दशहत के बीच नोएडा सेक्टर-123 की एक सोसायटी में रहने वाली 30 वर्षीय महिला और उसकी बच्ची कोरोना संक्रमित मिली है। दोनों हाल ही में सिंगापुर से लौटी थीं।
दोनों की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रविवार शाम को उन्हें सेक्टर-39 स्थित कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला के पति की रिपोर्ट निगेटिव है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उन्होंने सभी सुविधाएं नहीं होने के कारण अस्पताल से जाने की बात कही, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बाहर नहीं जाने दिया।
बाद में मौका देखते ही वह वहां से निकल गईं। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। साथ ही अस्पताल से भागने पर एफआईआर की बात कही। रात 2 बजे पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके फ्लैट पर गई। इसके बाद दोनों को दोबारा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। उनकी दोबारा आरटी-पीसीआर जांच के लिए नमूने लिए गए हैं। कोविड अस्पताल की सीएमएस डॉक्टर सुषमा चंद्रा ने बताया कि दोनों मरीजों को भर्ती करा दिया गया है। जांच के लिए नमूने भेजे गए हैं।
पहली बार दक्षिण अफ्रीका में मिला था ओमिक्रॉन
गौरतलब है कि कोविड -19 के एक नए ओमिक्रॉन वैरिएंट B.1.1.1.529 के बारे में पहली बार 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को सूचित किया गया था। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पहला ज्ञात ओमिक्रॉन वैरिएंट इस साल 9 नवंबर को एकत्र किए गए सैंपल से सामने आया था। 26 नवंबर को, WHO ने नए COVID-19 वैरिएंट को B.1.1.529 का नाम दिया, जिसे दक्षिण अफ्रीका में ‘ओमिक्रॉन’ के रूप में पाया गया है। डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रॉन को ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ के रूप में वर्गीकृत किया है। म्यूटेंट की खोज के बाद से दर्जनों देशों ने दक्षिणी अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिए हैं।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने कहा था कि 23 देशों में नए ओमिक्रॉन कोविड वैरिएंट की पुष्टि की गई है और उनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद है।