ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल में आई बाढ़ से नुकसान के सर्वे के लिए आया केंद्रीय अध्ययन दल आज नुकसान को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान से चर्चा करेगा। मंत्रालय में होने वाली इस बैठक में राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के अलावा राजस्व, कृषि, पशुपालन, सहकारिता, गृह, लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन, पीएचई, ऊर्जा समेत अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेगा। यह अध्ययन दल आज भी ग्वालियर चंबल के जिलों में सर्वे कर नुकसान की वस्तुस्थिति का आकलन करने गांवों में पहुंचा। केंद्रीय दल के साथ सीएम चौहान की बैठक शाम को होगी।
बाढ़ प्रभावित 9 जिलों के 2444 गांव बाढ़ एवं अति वृष्टि से प्रभावित हुए हैं। शुरुआती आंकलन के अनुसार 101669 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। 57527 घर बाढ़ में बह गए अथवा पूरी तरह से नष्ट हुए। इसके अलावा 1735.50 करोड़ रुपए की शासकीय संपत्ति को नुकसान हुआ है। इसमें शासकीय भवन, सड़क, बिजली प्रदाय अधोसंरचना, वन, पुल, बांध सहित अनेक सिंचाई परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा राशन वितरण की शासकीय उचित मूल्य की दुकानों सहित लगभग 2.50 करोड़ से अधिक मूल्य का खाद्यान्न बाढ़ के पानी से खराब हो गया। वेयर हाउस में सुरक्षित रखा खाद्यान्न भी बड़ी मात्रा में बाढ़ से प्रभावित हुआ।
प्रदेश में 31 जुलाई से 6 अगस्त की अवधि में ग्वालियर और चंबल संभाग के 8 जिलों ग्वालियर, गुना, शिवपुरी, दतिया, अशोक नगर, श्योपुर, भिण्ड, मुरैना और भोपाल संभाग के विदिशा जिले सहित कुल 9 जिलों में अतिवृष्टि और बाढ़ से शासकीय और जन-संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। राहत और बचाव कार्यों के दौरान इन जिलों के 9334 रहवासी पीड़ितों को रेस्क्यू किया गया और 32960 लोगों को बाढ़ में घिरे उनके घरों से सुरक्षित निकाला गया।