भोपाल। मध्यप्रदेश में करोड़ों रुपए का निवेश करने वाले निवेशकों की राह आसान करने के लिए राज्य सरकार आईटी सेक्टर के बाद गॉरमेंट, पैकेजिंग और टॉयज सेक्टर में भी प्लग एंड प्ले सुविधा शुरू करने जा रही है। इसके अलावा ऐसे क्षेत्र नोटिफाई किए जाएंगे जहां उद्योग शुरू करने तीन साल तक अनुमति की जरूरत नहीं होगी, तीन साल तक कोई निरीक्षण भी नहीं होगा।
निवेशकों की समस्याएं हल करने हाउ केन आई हेल्प यू विंडो खोली जाएगी। मध्यप्रदेश में पंद्रह लाख 42 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिलने के बाद इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है। इनसे 29 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे। अब उद्योग के लिए एमएसएमई में जमीन आवंटन होंने के साथ ही निवेशक उद्योग की स्थापना के लिए काम शुरु कर सकेगा। इसके लिए उसवे तीन साल तक किसी अनुमति की जरुरत नहीं होगी। तीन साल तक इन उद्योगों का किसी तरह का निरीक्षण नहीं होगा।
36 देशों के व्यापारिक संगठन करेंगे भागीदारी
जो एमओयू हुए है उसमें 36 विदेशी व्यापारिक संगठनों से एमपीआईडीसी के साथ मिलकर प्रदेश में निवेश में भागीदारी करेंगे। इसमें इंडिया अफ्रीका ट्रेड काउंसिल से जुड़े सर्वाधिक 55 देश मल्टी सेक्टरल क्षेत्रों में निवेश करेंगे। एफ्रो बिजनेश प्रमोशन फेडरेशन से जुड़े 54 देश ज्वाइंट वेंचर एवं टैक्नोलॉजी एवं टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के क्षेत्र में निवेश करेंगे। इसके अलावा 23 संगठनों से जुड़े देशों के उद्योगपति निवेश करेंगे।
प्लग एंड प्ले सुविधा
उद्योगों के लिए प्लग एंड प्ले की सुविधा अभी केवल आईटी सेक्टर में है। इसे अब गॉरमेंट, पैकेजिंग और टॉयज के क्षेत्र में शुरु किया जाएगा। इन क्षेत्रों में निवेश के प्रस्ताव आने के बाद ये उद्योग इसमें सीधे काम करना शुरू कर सकेंगे।
शिकायतों के निपटारे के लिए सिंगल विंडो
इन्वेस्ट एमपी डॉट गॉवडाट इन पोर्टल पर हाउ केन आई हेल्प यू विंडो अब निवेशकों की समस्याएं हल करेगी। अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। समस्या बताने के बाद विभाग की टीम निवेशक से संपर्क कर उसका समाधान करेगी। लगातार फालोअप होगा। मुख्यमंत्री खुद महीने में एक दिन उसकी समीक्षा करेंगे।
मालवा-निमाड़ में सबसे ज्यादा इंदौर के लिए 45 फीसदी प्रस्ताव
औद्योगिम समिट में निवेशकों को मालवा-निमाड़ सर्वाधिक रास आया है। मालवा निमाड़ में 6 लाख 95 हजार 250 करोड़ रुपए का निवेश करने के लिए निवेशकों ने प्रस्ताव दिए है। इसमें भी सर्वाधिक 45 फीसदी प्रस्ताव इंदौर प्रस्ताव आए हैनिवेशकों की दूसरी पसंद रीवा-शहडोल संभाग रहे है। यहां 2 लाख 88 हजार 179 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए है।
रीवा और शहडोल में 19 फीसदी निवेशक निवेश करना चाहते है। जबलपुर-सागर में दो लाख 41 हजार 898 करोड़ के प्रस्ताव निवेशकों ने दिए है। सागर में 16 प्रतिशत निवेशक निवेश करने तैयार है। भोपाल-नर्मदापुरम में एक लाख 65 हजार 59 करोड़ का निवेश करने प्रस्ताव राज्य सरकार को मिले है। इसमें नर्मदापुरम में 11 प्रतिशत प्रस्ताव मिले है इसके अलावा ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में भी एक लाख 52 हजार करोड़ रुपए के निवेश करने की इच्छा निवेशकों ने जताई है। ग्वालियर चंबल में दस प्रतिशत प्रस्ताव आए है।
नवकरणीय उर्जा में सर्वाधिक उद्योग लगेंगे
नवकरणीय उर्जा के क्षेत्र में सर्वाधिक 6 लाख 9 हजार 478 करोड़ रुपए का निवेश होगा और इससे 11 लाख 84 हजार 959 लोगों को रोजगार मिलेगा। नगरीय अधोसंरचना में दो लाख 80 हजार करोड़ रुपए, खद्य प्रसंस्करण में एक लाख 6 हजार करोड़,खनिज और उससे जुड़े उद्योगों में 98 हजार 305 करोड़, सूचना प्रौद्योगिकी में 78 हजा 778 करोड़, कैमिकल व पेट्रोलियम में 76 हजार 769 करोड़, सेवा क्षेत्र में 71 हजार 351 करोड़, आॅटोमोबाइल औश्र ईवी में 42 हजार 254 करोड़, फार्मास्युटिकल और हेल्थ केयर मे 17 हजार 991 करोड़, लाजिस्टिक और वेयर हाउसिंग में 17 हजार 916 करोड़ , टैक्सटाईल और गारमेंट में 16 हजार 914 करेड़ रुपए का निवेश होगा।