सागर । बैंक और अन्य संस्थानों से KYC के नाम पर लगातार फ़्रॉड हो रहे है। साइबर अपराधी फ़िशिंग ईमेल, फ़ेक कॉल, या फ़र्ज़ी वेबसाइट लिंक के ज़रिए लोगों से केवाईसी की जानकारी मांगते हैं. इस जानकारी का इस्तेमाल करके, वे आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं या अन्य वित्तीय धोखाधड़ी कर सकते हैं.ऐसा ही एक मामला सागर में आया। सागर के  मोतीनगर थाना क्षेत्र के आईटीआई के पास रहने वाले दिनकर पिता पदम जैन उम्र 47 के साथ केवाईसी कराने के नाम पर आए मेसेज को किल्क करने के बाद उनके बैंक खाते से 1 लाख 72 हजार रुपए निकल गए। इसकी शिकायत एसपी कार्यालय में की है।

शिकायत के मुताबिक दिनकर जैन को 12 अक्तूबर 24 को  मोबाइल पर व्हाट्सएप पर  यूनियन बैंक ऑफ इडिया मो. नं. 9110597513 से  KYC करने का मैसेज आपा व नीचे एक Apk फाइल आई। मैंने क्लिक कर खोला तो अन्दर एक लिंक खुली जिस पर मैंने क्लिक किया और एक एप डाऊनलोड हो गया ।जिसमें मैं जिसमे डेबिट कार्ड की जानकारी भर दी। उसके बाद डेबिट कार्ड का पिन भर दिया । जिससे उनके बैंक खाते से एक लाख 72 हजार रुपए कट गए। आवेदक ने पैसे दिलवाने एवं अज्ञात व्यक्ति पर पुलिस कयिवाही करने की मांग की है। 

KYC फ़्रॉड से बचने के लिए, इन बातों का ध्यान रखें: 

▪️बैंक की तरफ़ से केवाईसी पूरा करने के लिए कभी भी आपकी निजी जानकारी नहीं मांगी जाती. 

▪️अगर किसी ग्राहक को केवाईसी प्रोसेस पूरा करवाना होता है, तो उसे बैंक ही जाना पड़ता है. 

▪️मेल और मैसेज को अच्छे से चेक करें. फ़र्ज़ी और फ़ेक मैसेज में कई स्पैलिंग गलत लिखी होती हैं. 

▪️वॉट्सऐप आने वाले किसी भी लिंक पर क्लिक न करें. 

▪️अगर आपको कोई संदिग्ध मैसेज या कॉल मिलता है, तो तुरंत इसकी शिकायत करें. 

अगर आपको केवाईसी फ़्रॉड का शिकार होना पड़ता है, तो ये कदम उठाएं:

▪️अपने बैंक की हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें.

▪️बैंक की मोबाइल ऐप से मनी ट्रांज़ैक्शन, कार्ड लेनदेन सुविधा को तुरंत ब्लॉक करें.

▪️साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें.