मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना की एसडीएम की कुर्सी से हटाए जाने से नाराज डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी का नौकरी से ही मन उचट गया। नाराज महिला डिप्टी कलेक्टर ने नौकरी छोड़ने के लिए अपर कलेक्टर को इस्तीफा सौंप दिया। इससे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप सा मच गया। न तो इस्तीफा देने वाली डिप्टी कलेक्टर और न ही जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी इसे लेकर कुछ बोलने को तैयार हैं।
डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी मुरैना जिले की सबलगढ़ में लगभग छह माह से एसडीएम पद पर पदस्थ थीं। बीते दिनों जिले को चार नए डिप्टी कलेक्टर मिले, इसके बाद कलेक्टर अंकित अंस्थाना ने प्रशासनिक सर्जरी करते हुए मेघा तिवारी को सबलगढ़ एसडीएम पद से हटाकर, दिमनी विधानसभा में सहायक रिटर्निंग आफिसर (एआरओ) की जिम्मेदारी दे दी। मेघा तिवारी की जगह डिप्टी कलेक्टर वीरेंद्र कटारे को सबलगढ़ का एसडीएम बनाया गया है।
ब्लाक के मुख्य अधिकारी से हटाकर निर्वाचन के काम में लगाए जाने से नाराज मेघा तिवारी ने 2 अगस्त की शाम अपर कलेक्टर सीबी प्रसाद के कार्यालय में जाकर उन्हें नौकरी से इस्तीफा देने का पत्र सौंप दिया। डिप्टी कलेक्टर ने इस्तीफा देने के पारिवारिक कारण बताए हैं या फिर विभाग में अनदेखी को नौकरी छोड़ने का कारण बताया है। इस बात को लेकर कोई भी अधिकारी कुछ बोलने तैयार नहीं। इस मामले में डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी को कई बार काल किए, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया, बाद में उन्होंने फोन ही बंद कर लिया। बताया गया है, कि 3 अगस्त को वह नौकरी पर भी नहीं आईं, दूसरी ओर वरिष्ठ अधिकारी उन्हें समझाने का प्रयास भी कर रहे हैं।