भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को एकदिवसीय दौरे पर भोपाल पहुंचे। चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच नर्सिंग स्टूडेंट्स ने भोपाल में पीएम मोदी का विरोध करने का अनोखा तरीका ढूंढ निकाला। नर्सिंग स्टूडेंट्स ने विरोध स्वरूप आसमान में सैंकड़ों काले गुब्बारे छोड़े। गुब्बारों के माध्यम से नर्सिंग स्टूडेंट्स ने पीएम मोदी से पूछा कि हमारी परिक्षाएं कब होगी।

एनएसयूआई मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार के नेतृत्व में सोमवार सुबह नर्सिंग स्टूडेंट्स सैंकड़ों गुब्बारे लेकर एमपी नगर इलाके में इकट्ठा हुए। यहां उन्होंने स्लोगन लिखे गुब्बारों को खुले आसमान में छोड़ा। इन गुब्बारों पर लिखा था, ‘मोदी जी नर्सिंग परिक्षाएं कब होंगी’ अन्य गुब्बारों पर लिखा था कि ‘मोदी जी नर्सिंग महाघोटाले के आरोपी मंत्री के विरुद्ध कार्रवाई कब होगी’। गुब्बारों पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सीएम शिवराज और पीएम मोदी की तस्वीरें भी लगी थी।

खास बात ये है कि मेडिकल स्टूडेंट्स ने ये गुब्बारे उस वक्त हवा में छोड़े जब पीएम मोदी एयरपोर्ट से हवाईमार्ग से जंबूरी मैदान जा रहे थे। सभा स्थल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर अधानक काले गुब्बारे उड़ने से सुरक्षा अधिकारियों में हड़कंप मच गया। दरअसल, पीएम मोदी के दौरे के कारण जंबूरी मैदान के आसपास नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। जंबूरी मैदान के तीन किमी के दायरे में पैराग्लाइडर, ड्रोन, हॉट बलून और अन्य फ्लाइंग ऑब्जेट पर प्रतिबंध है।

नर्सिंग स्टूडेंट्स का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता रवि परमार ने कहा कि, ‘मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग घोटाले की वजह से मध्य प्रदेश के लाखों छात्र छात्राओं का भविष्य अधर में अटक चुका है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के नेतृत्व में हुए इस घोटाले के विरुद्ध हम जमीन से लेकर आसमान तक प्रदर्शन करेंगे।’ परमार ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार नर्सिंग के सत्र 2023-24 को जीरो ईयर करने की तैयारी में है। ऐसे में नर्सिंग की पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले प्रदेश के छात्र छात्राओं को अन्य राज्य की और पलायन करना होगा।

रवि परमार के मुताबिक वे काफी समय से पीएम मोदी को ज्ञापन देने के प्रयास कर रहे थे। हालांकि, पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें पीएम मोदी को ज्ञापन देने से रोक दिया जाता था। ऐसे में उन्होंने मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ मिलकर काले गुब्बारों के माध्यम से प्रधानमंत्री का ध्यान नर्सिंग घोटाले की ओर आकृष्ट कराने की कोशिश की। परमार ने मांग करते हुए कहा कि नर्सिंग घोटाले को संज्ञान में लेकर उच्चस्तरीय जांच कराएं और दोषी मंत्रियों को पद से हटाएं। साथ ही जल्द से जल्द नर्सिंग परिक्षाएं कराने की दिशा में आवश्यक कदम उठाएं।

परमार ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश में नर्सिंग कालेजों के फर्जीवाड़े की वजह से लाखों नर्सिंग छात्र छात्राओं का भविष्य अधर में अटक गया। पिछले तीन सालों से छात्र छात्राओं की परीक्षाएं नहीं हुई। वहीं परीक्षा की मांग करने पर मध्यप्रदेश के नर्सिंग छात्र-छात्राओं पर पुलिस प्रशासन द्वारा झूठे मुकद्दमे दर्ज़ कर 10-20 और 50 हजार रुपए तक के बांड भरवाएं जा रहें हैं ताकि उनकी आवाज को दबाया जा सके।