कानपुर। कानपुर में बिल्हौर के आसींद गांव की कोठी घाट पर गंगा नहाने के दौरान छह लोग डूब गए। डूबने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं। एक युवक को गोताखोरों ने निकाल लिया और आनन-फानन उसे बिल्हौर सीएचसी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शेष लोगों की तलाश में ग्रामीणों के साथ गोताखोरों की टीम जुटी है। घटना को लेकर घाट पर कोहराम मच गया। बिल्हौर पुलिस समेत आस-पास के थाना क्षेत्रों की पुलिस मदद के लिए पहुंच गई है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार सुबह तीन युवक, दो बच्चे और एक युवती के साथ कोठी घाट पर गंगा नहा रहे थे। नहाते समय बच्चे और युवती गहरे पानी में डूबने लगे तभी युवकों ने उन्हें बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दी। घाट के किनारे खड़े लोग कुछ समझ पाते कि सभी गंगा में डूब गए, इससे घाट पर हड़कंप मच गया। गांव वाले और गोताखोरों ने पुलिस को सूचना दी और उन्हें बचाने के लिए गंगा में कूद गए।

गोताखोरों ने 20 वर्षीय सौरभ कटियार को बीच धारा से खींचकर निकाला। गांव वाले उसे सीएचसी बिल्हौर लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जबकि विनय कुमार पटेल की 15 साल की बेटी अनुष्का, 13 साल की अंशिका पटेल, 20 साल के अभय कटियार, 18 साल के तनु कटिहार और मनु की तलाश जारी है। सभी लोग बरांडा गांव में संदीप कटिहार की कपड़े की दुकान के उद्घाटन में आए हुए थे।

सीओ बिल्हौर रंजीत कुमार ने बताया कि सभी बच्चे बरंडा गांव के संदीप कटियार की कपड़े की नई दुकान के उद्घाटन में आए थे। सभी घरवालों के बिना बताए गंगा किनारे पिकनिक मनाने चले गए थे। चार गोताखोरों की टीम गंगा में उतारी गई है। अब तक एक युवक को निकाल लिया गया, लेकिन सीएचसी पहुंचने पर उसकी मौत हो गई।

स्थानीय पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई
एसपी कानपुर आउटर तेजस्वरूप सिंह ने सोमवार को थाना प्रभारियों को मंगलवार को होने वाले गंगा स्नान पर विशेष सुरक्षा और एहतियात बरतने के निर्देश दिए थे। इंस्पेक्टर अतुल कुमार सिंह ने अरौल चौकी प्रभारी ज्ञानेंद्र त्रिपाठी समेत सभी एसआई को स्नान व दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान गंगा तटों पर तैनात रहने के निर्देश दिए थे, लेकिन कोठी घाट पर हादसे के दौरान न कोई सुरक्षा व्यवस्था थी और न ही घाट पर पुलिस तैनात थी।