उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाशिवरात्रि पर ‘शिवज्योति अपर्णम महोत्सव’ इस बार बेहद खास होने जा रहा है। महाकाल की नगरी में इस बार अयोध्या का रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी है। शिप्रा नदी किनारे रामघाट पर 18 लाख दीये जलाने का लक्ष्य तय किया गया है। अयोध्या में दीपावली पर 15 लाख दीये जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया था।

पिछले साल महाशिवरात्रि पर उज्जैन में 11 लाख 71 हजार दीपक जलाकर रिकॉर्ड कायम किया गया था। दीपावली पर अयोध्या में 15 लाख 96 हजार दीप जलाकर नया रिकॉर्ड बनाया गया। अब इस रिकॉर्ड को तोड़ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अब बार फिर उज्जैन जगह बनाने की कोशिश में है। इसको लेकर तैयारी को अंजाम दिया जा रहा है।

दीपोत्सव में करीब 20 हजार वॉलियंटर काम करेंगे। 50 हजार लीटर तेल,कपूर,और 25 लाख की रुई के साथ 4 हजार माचिस का इस्तेमाल किया जाएगा। दीपक जलाने में अनुमानित लागत 40 लाख रुपए के करीब है। इसके लिए नगर निगम उज्जैन ने 25 लाख दीपों के टेंडर निकाले हैं। दीये जलाने में तीन तरह का तेल (सरसों, सोयाबीन और कपास) का इस्तेमाल होगा टेंडर में इन आवश्यक वस्तुओं का इस्तेमाल  जाएगा, जिसमे  50 हजार लीटर, 25 लाख रुई की बत्ती, 600 किलो कपूर के साथ ही 4 हजार माचिस के भी टेंडर निकाले हैं।

सामाजिक संगठनों, छात्र, व्यापारी, जन प्रतिनिधि, निजी संस्था सहित अन्य लोगों की भी मदद ली जाएगी।    कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि सीएम शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुसार इस बार भी महाशिवरात्रि पर्व को भव्य रूप में मनाना है। सीएम की इच्छा है कि उज्जैन शहर टूरिस्ट डेस्टिनेशन बने, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। महाशिवरात्रि पर्व को शिव दीपावली पर्व की तरह बनाया जाएगा। जनता से अपील की गई है कि 5 दीपक सभी लोग अपने घर और प्रतिष्ठानों में जलाएं। पूरे शहर को बिजली से रोशन कर चौराहे, पार्क आदि जगह पर सजावट की जाएगी।