नागपुर। देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज की मुश्किल और बढ़ सकती हैं। छत्तीसगढ़ में कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने गुरुवार को कहा कि राज्य की पुलिस भी उनको हिरासत में लेगी।

उन्होंने आगे कहा कि कालीचरण के खिलाफ राजद्रोह का मामला भी दर्ज किया जाना चाहिए। महात्मा गांधी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने के आरोप में रायपुर पुलिस ने धार्मिक नेता कालीचरण महाराज को मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक कालीचरण को आज शाम तक रायपुर ला लिया जाएगा। कालीचरण महाराष्ट्र के अकोला शहर के रहने वाले हैं। उनके खिलाफ महाराष्ट्र के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में केस दर्ज किया गया है।

यह पूछे जाने पर क्या महाराष्ट्र पुलिस कालीचरण की कस्टडी की मांग करेगी, दिलीप वलसे पाटिल ने कहा का कि राज्य पुलिस उन्हें हिरासत में लेगी और उकने खिलाफ दर्ज मामलों की जांच भी करेगी। नागपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए पाटिल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग एक बड़ा अपराध है। 

  रविवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कालीचरण महाराज के खिलाफ महात्मा गांधी के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस सिलसिले में उनके खिलाफ सोमवार को महाराष्ट्र के अकोला में भी मामला दर्ज किया गया था। महाराष्ट्र के मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी बुधवार को ठाणे शहर में उनकी कथित टिप्पणी को लेकर पुलिस में मामला दर्ज कराया था। वहीं, पुणे पुलिस ने हाल ही में 19 दिसंबर को महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए कालीचरण महाराज, हिंदूवादी नेता मिलिंद एकबोटे और चार अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। बता दें कि रविवार देर शाम धर्म संसद के अंतिम दिन कालीचरण ने महात्मा गांधी के लिए कथित तौर पर अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। उन्होंने लोगों से कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए।