भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल देश की सबसे स्वच्छ राजधानियों में से एक है और इसे और अधिक विकसित करने की दिशा में सरकार तेजी से कार्य कर रही है।
सीएम ने बताया कि आने वाले पांच वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार किया गया है। उन्होंने कहा, “हम 18 नई नीतियों को लेकर आए हैं, जिनका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि पहले भोपाल को गैस त्रासदी के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब यह उद्योगों के लिए भी पहचाना जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। निवेशकों को अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए 6 नए औद्योगिक क्षेत्रों का विकास किया जाएगा और 20 नए औद्योगिक पार्कों की आधारशिला रखी जाएगी। उन्होंने कहा, “हम 2025 को उद्योग एवं रोजगार को बढ़ावा देने का वर्ष बना रहे हैं। प्रदेश में निवेशकों के लिए असीम संभावनाएं मौजूद हैं।”
सीएम मोहन यादव ने बिजली उत्पादन के क्षेत्र में प्रदेश की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “मध्य प्रदेश एक सरप्लस स्टेट है और यहां बिजली की कोई कमी नहीं है।” पर्यटन के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं बताते हुए उन्होंने कहा कि राज्य विभिन्न क्षेत्रों में एक बेहतर दृष्टिकोण को आकार दे रहा है, जिससे पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि “उनके नेतृत्व में देश की आर्थिक प्रगति तेजी से हो रही है। पीएम का दृष्टिकोण समृद्धि के नए द्वार खोल रहा है, जिससे मध्य प्रदेश को भी फायदा मिल रहा है।” मध्य प्रदेश को निवेश, उद्योग, बिजली और पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से प्रदेश एक विकसित और समृद्ध राज्य के रूप में उभरेगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी के भोपाल में पहली बार हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहुंचने पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अंग वस्त्र भेंट कर उनका अभिवादन किया। मुख्यमंत्री ने स्मृति चिन्ह के रूप में भोपाल की प्रसिद्ध जरी जरदोजी कला से निर्मित महाकाल मंदिर का चित्र भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया।