भोपाल। मध्यप्रदेश 66 सालों का सफर तय करते हुए अब 1 नवंबर को 67वें साल में प्रवेश करने जा रहा है. इस स्थापना दिवस पर मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है. 7 नवंबर तक लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें पचास लाख से ज्यादा लोग सीधे जुड़ेंगे. बता दें कि 1 नवंबर 1956 में मध्यप्रदेश की स्थापना की गई थी. मध्य प्रदेश का इतिहास 66 साल पूरे कर चुका है. अब एमपी 67वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है.

52 जिलों में होंगे अलग-अलग कार्यक्रम
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश जारी किए हैं. इसी कड़ी में 1 सप्ताह का स्थापना दिवस भी मनाया जा रहा है. 1 नवंबर से शुरू होकर यह 7 नवंबर तक लगातार चलेगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा है कि स्थापना दिवस को जन उत्सव समारोह के रूप में मनाया जाएगा. इस दौरान मध्य प्रदेश के सभी जिलों से 50 लाख हितग्राहियों को सीधा लाभ पहुंचाने की योजना भी तैयार कर ली गई है. स्थापना दिवस कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक भी ली थी.

इन कार्यक्रमों को लेकर तैयारियां तेज
मध्य प्रदेश के सभी जिलों में ग्रामीण स्तर तक मध्य प्रदेश गान कार्यक्रम का आयोजन किया किया जा रहा है. मध्य प्रदेश के कई शासकीय विभागों द्वारा कैंप लगाकर लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा. एमपी के अधिकांश जिलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं जिसमें स्थानीय कलाकार बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे. इसके अलावा जनता से जुड़ी कुछ योजनाओं का भी स्थापना दिवस के दौरान ऐलान हो सकता है.