भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। विधानसभा बजट सत्र का आज 6वां दिन था। सदन में अलग-अलग मुद्दों पर ध्यानाकर्षण लाए गए। जिसे लेकर जमकर हंगामा हुआ। बहस हुई, सवाल-जवाब हुए। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने विधानसभा में सदस्यों को संबोधित किया। सीएम मोहन ने कहा कि विपक्ष और पक्ष ने बहुत अच्छे तरीके से अपनी बात रखी। विधानसभा अध्यक्ष ने भी सभी को मौका दिया उन्हें धन्यवाद देता हूं। विपक्ष का भी धन्यवाद देता हूं। विपक्ष भी जागरूक रहा। मंत्री मंडल की दक्षता में भी निखार आया है। ऐसी सदन की कार्यवाही ही लोकतंत्र की खूबसूरती है।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने संबोधन में कहा कि जनता चाहती है कि हम उनके अधिकारों की बात करें। ईमानदारी से यदि जनता की सेवा करना चाहते हैं कि सत्य बोले। सही जानकारी दें। हरदा मामले पर सरकार सजग नहीं थी। किसानों को लेकर सरकार की सजगता नहीं है। चर्चा तो चर्चा है, कागजों पर रहेगी। लेकिन काम होना चाहिए यह ज्यादा जरूरी है। सहमति से सदन चलाने का प्रयास किया। कई मुद्दों पर बात हुई। जल जीवन मिशन को लेकर भी विचार किया जाए। ये पीएम मोदी की भी महत्वपूर्ण योजना है।

संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सरकार कभी असत्य नहीं बोलती। जो भी बोला जाता है काम के आधार पर ही बोला जाता है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, मध्यप्रदेश में प्रजातंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है और प्रजातंत्र की खूबसूरती इसी में है की चर्चा हो बहस हो। मुझे इस बात की प्रशंसा है की माननीय मुख्यमंत्री जी की सरलता और हमारे विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर जी का दीर्घा अनुभव ने आज विधानसभा में बहुत अच्छी चर्चा करवाकर प्रजातंत्र को काफी ऊंचाई दी है। ये हमारे मध्यप्रदेश की गरिमा बढ़ाने वाला सत्र था।