इंदौर, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत आगर मालवा जिले के 32 तीर्थयात्री विमान से शिरडी यात्रा कर गुरुवार देर शाम इंदौर वापस आए और यहां से सकुशल अपने घर पहुंच गए. तीर्थयात्रियों ने आगर पहुंचने पर अपने अनुभव साझा कर मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आशीर्वाद दिया. उन्होंने कहा कि आधुनिक युग के श्रवण कुमार है मुख्यमंत्री चौहान.

तीर्थयात्रियों ने कहा कि कभी हवाई जहाज में बैठने का सोचा नहीं था. आज विमान से तीर्थ दर्शन कर हम सभी धन्य हो गए. कभी सोचा नहीं था कि हम हमारे जीवन में तीर्थ यात्रा कर सकेंगे, किंतु मुख्यमंत्री चौहान ने विमान से तीर्थ यात्रा करवाकर, यह संभव कर दिखाया . बुजुर्ग लीलाबाई यात्रा से आह्लादित हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री चौहान को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वे जुग- जुग जिए, हमारा आशीर्वाद सदैव उनके साथ है. विमान से कम समय और बिना किसी परेशानी के शिर्डी की यात्रा कर लौटे बुजुर्गों के चेहरे पर खुशी और आत्मिक संतोष दिख रहा था. बुजुर्गों ने कहा कि यात्रा सभी के लिए अद्वितीय एवं अविस्मरणीय रही.

जुग-जुग जिएं हमारे मुख्यमंत्री: गंगाबाई

तीर्थ यात्रा कर लौटी आगर निवासी गंगाबाई ने कहा कि विमान से तीर्थ यात्रा बहुत आनंदमयी रही. हम सभी को बेहद ही आनंद आया. हमारे श्रवण कुमार मुख्यमंत्री चौहान द्वारा चलाई गई, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के माध्यम से ही हमें विमान से तीर्थ यात्रा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मुख्यमंत्री जी को खूब खूब धन्यवाद. वे जुग-जुग जियें.

गंगाबाई ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि यात्रा में उन्हें सारी सुविधाएं दी गई. उनके लिए स्वादिष्ट भोजन व ठहरने के लिए सुविधा पूर्ण कमरों की व्यवस्था की गई. यात्रा में जगह-जगह हुए स्वागत से हम अभिभूत हैं. इंदौर में उनका बड़े ही आत्मीय स्वागत किया गया. यहां के कलेक्टर ने उनका खूब ध्यान रखा.

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में मंगलवार को इंदौर एयरपोर्ट से आगर-मालवा जिले के 32 तीर्थयात्री रवाना हुए थे. इंदौर से शिर्डी हवाई जहाज द्वारा जाने वाले यात्रियों को मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियों कान्फ्रेंस से संबोधित कर शुभकामनाएँ दी थीं.

यह यात्रा मुख्यमंत्री चौहान की मंशा के अनुरूप करायी गई. मुख्यमंत्री चौहान ने संकल्प लिया था कि बुजुर्गों को अब रेल के साथ हवाई जहाज से भी तीर्थों की यात्रा करायी जायेगी. और वह सपना उन्होंने सच कर दिखाया. हवाई जहाज से शिर्डी जाने वाले यात्रियों में 65 वर्ष से लेकर 76 वर्ष आयु तक के बुजुर्ग यात्री शामिल थे.

उनमें आगर के किशनलाल, शंकरलाल, रामप्रसाद, संतोष पटेल, जगदीश प्रसाद, लीलाबाई सागर, राधेश्याम चौहान, किशनलाल गवली, पारसचंद, नानूराम रैकवार, मोहनलाल, नेमीचंद जैन, बड़ौद के कैलाशचंद्र राठौर, जगदीश शर्मा, हीरालाल लोवंशी, सुसनेर के राधेश्याम, रामचन्द्र गुर्जर, शांतीबाई कुशवाह, मोहनलाल राठौर, कैलाश राठौर, रोड़मल शर्मा, नारायण मालवीय, मोहनलाल पाटीदार, बालचन्द्र ढोली तथा नलखेड़ा के घनश्याम जादव, रामचन्द्र गवली, गंगाबाई सेन, नारायणी शर्मा, हरिनारायण पाटीदार, रोड़मल पाटीदार, सीताराम पाटीदार तथा रामचन्द्र पाटीदार शामिल हुए.