जबलपुर। प्रदेश के सबसे बड़े और सुरक्षित जबलपुर सेंट्रल जेल में कोरोना विस्फोट हुआ है। केंद्रीय जेल में अपने गुनाहों की सजा काटने वाले दर्जन भर से ज्यादा कैदियों और बंदियों को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है। जबलपुर की नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल में कोरोना के पैर पसारने से बंदियों के साथ ही जेल महकमे में खलबली मच गई है। एहतियात के तौर पर उठाए जाने वाले तमाम कदम अब नाकाफी साबित होने लगे हैं और एक के बाद एक जेल के बंदी कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं।
इसके बाद 17 अगस्त को पाटन जेल से दूसरा बंदी केंद्रीय जेल जबलपुर पहुंचा। इसके बाद उन बंदियों के संपर्क में आए बंदियों की जांच कराई गई थी। जिसके बाद संक्रमित बंदियों की संख्या 57 तक पहुंच गई थी। उन सभी बंदियों को इलाज के लिए अलग वार्ड में रखा गया था।
इसमें से जो भी स्वस्थ होता गया या जिस बंदी की रिहाई आई उसे न्यायालय के आदेश पर पर क्वारंटाइन सेंटर इलाज के लिए भिजवाया गया। जहां वह इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गए।