भोपाल। भारत के निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि मध्य प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव कब आयोजित किए जाएंगे। इलेक्शन कमीशन ने मध्य प्रदेश में उपचुनाव की तारीख को घोषित नहीं की परंतु इतना स्पष्ट कर दिया कि भारत की सभी 64 विधानसभा सीटों एवं एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव का आयोजन बिहार विधानसभा चुनाव के साथ किया जाएगा। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि बिहार विधानसभा का चुनाव 29 नवंबर 2020 से पहले संपन्न करा लिया जाएगा।
भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि कई राज्यों ने कोरोना संकट और बाढ़ को देखते हुए चुनाव टालने की मांग की थी, लेकिन राज्यों के CEO और मुख्य सचिव की रिपोर्ट के आधार पर ये फैसला लिया गया है। आयोग के मुताबिक बिहार में चुनाव 29 नवंबर से पहले करवाए जाएंगे। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि नवंबर के मध्य तक मध्य प्रदेश में भी उपचुनाव होंगे।
इससे पहले 21 अगस्त को चुनाव आयोग ने कोरोना काल में देश में चुनाव कराने को लेकर गाइडलाइंस जारी की थी। इसमें कहा गया था कि उम्मीदवार को नामांकन पत्र, शपथ पत्र और नामांकन को लेकर सिक्युरिटी मनी ऑनलाइन ही जमा करना होगा। चुनाव कार्य को लेकर सभी व्यक्ति मास्क लगाएंगे। चुनाव से जुड़े हॉल, रूम या परिसर में प्रवेश के दौरान थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। वहां सेनिटाइजर, साबुन और पानी की व्यवस्था की जाएगी। सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। घर-घर जाकर पांच लोगों को संपर्क की अनुमति दी जाएगी।
मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूर्व से ही घोषित हैं। इनमें से कुछ तो चुनाव लड़ने से पहले ही मंत्री बनाए जा चुके हैं। इधर कांग्रेस की हालत यह है कि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और मध्य प्रदेश कांग्रेस के आचार्य दिग्विजय सिंह अब तक कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों की लिस्ट तक फाइनल नहीं कर पाए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा प्रभारी, सह प्रभारी समन्वयक मंडलम अध्यक्ष, सेक्टर प्रभारी और पन्ना प्रभारियों के बीच कार्य का बंटवारा करके उनकी जिम्मेदारियां तय कर दी हैं। कमलनाथ ने निर्देश जारी कर विधानसभा प्रभारियों को सह प्रभारी, समन्वयक और सहायक समन्वयक को विधानसभा क्षेत्र के बूथ आवंटित करने और वहां संगठन को मजबूती देने को कहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि पन्ना क्षेत्र में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते ही पन्ना प्रभारी की नियुक्ति करना होगी। साथ ही सेक्टर प्रभारी हर एक बूथ पर 2 बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करेंगे।