भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक नाबालिग लड़की से रेप के मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। दरअसल, पीड़ित किशोरी ने जिस 21 साल के युवक पर रेप करने का आरोप लगाया था, वह पुलिस जांच में निर्दोष साबित हुआ है और पुलिस ने असली आरोपी को पकड़ लिया है। जांच और तकनीकी सबूतों के आधार पर आखिरकार लड़की की झूठ पकड़ी गई। पुलिस जांच में यह पता चला है कि लड़की अपने बॉयफ्रेंड के साथ गई थी और आरोप उसने पारिवारिक रंजिश को ध्यान में रखते हुए और खुद को बचाने के लिए अपने पड़ोसी पर लगाया था। पुलिस ने गुरुवार को जानकारी दी कि इस मामले में बुधवार को असली आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो बाद में कोरोना पॉजिटिव निकला।
सिटी एसपी नागेंद्र पटेरिया ने कहा, ‘लड़की 4 अगस्त गायब हो गई थी। घरवालों ने शाहजहानाबाद थाने में गुमशुदगी का केस दर्ज कराया। तीन दिन बाद यानी 7 अगस्त को लड़की खुद लौट आई।
उन्होंने आगे कहा, ‘इसके बाद जब पुलिस ने इसका बयान लिया तो उसने पड़ोसी पर रेप और किडनैपिंग का आरोप लगा दिया। उसने आरोप लगाया कि उसे ड्रग दिया गया और उसके पड़ोसी समेत दो लोगों ने उसका अपहरण कर लिया, जिन्होंने दो दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया और फिर बाद में उसे जाने दिया।’ उसके बयान के आधार पर उसकी मेडिकल जांच की गई और उसके पड़ोसी से गहन पूछताछ की गई।
पुलिस अधिकारी पटेरिया के मुताबिक, शाहजहानाबाद पुलिस ने लड़की के बयान में कई विसंगतियां पाईं और जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पाया गया कि लड़की ने जिस व्यक्ति पर अपहरण और बलात्कार का आरोप लगाया था, वह उस समय अपने कार्यालय में मौजूद था, जब लड़की ने घटना की बात बताई थी। जिसे लड़की ने आरोपी बनाया था, उसके पास अपने बयान को सही साबित करने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी था।
पुलिस अधिकारी ने कहा ‘हमने लड़की की काउंसलिंग की और फिर उसका बयान दर्ज किया। तब लड़की ने कहा कि उसने झूठ कहा था, क्योंकि वह डरी हुई थी। उसने कहा कि उसके भाई ने कुछ दिन पहले एक अन्य युवक से बात करते हुए उसे देखा था और दोनों को पीटा था। इसीलिए जब पुलिस ने उसका अपहरण करने वाले और बलात्कार करने वाले आरोपी के नाम के बारे में पूछा तो उसने अपने पड़ोसी का नाम लिया। उसने सोचा कि अगर उसने अपने पड़ोसी का नाम अपने परिवार के सदस्यों के सामने लेगी तो उसके परिवार वालों को उसके बयान पर विश्वास हो जाएगा क्योंकि पड़ोसी और उसके परिवार के बीच झगड़ा हुआ था।’
पुलिस अधिकारी ने कहा कि चूंकि लड़की नाबालिग है, इसलिए गिरफ्तार किए गए असली आरोपी युवक पर बलात्कार के आरोप के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने लड़की के पड़ोसी को गिरफ्तार नहीं किया, क्योंकि वह वास्तव में निर्दोष पाया गया था। पुलिस यह तय करने के लिए मामले को देख रही है कि क्या किसी निर्दोष व्यक्ति पर बलात्कार का आरोप लगाने के लिए लड़की के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।